
दैनिक ‘सनातन प्रभात’ क्रांतिकी ज्वाला है ।
भारत माँ के गलेमें ये सुमन माला है ।।
ये सुमन माला है, शब्दोंमें सुवास भरा ।
पाठकोंमें इसने दृढ धर्म-विश्वास भरा ।।
असत्यका विरोधी, है सदा सत्यके साथ ।
मीडियामें संत है दैनिक ‘सनातन प्रभात’ ।।
– श्री. मानव बुद्धदेव, अमरावती (१८.३.२०२५)