कलियुगातील कलियुगी हिंदु राष्ट्र यावे, ही एकच आस ।

त्रेतायुगी राक्षस रावण वध करण्यासाठी प्रभु श्रीरामचंद्र प्रकटले ।
द्वापरयुगी धर्मद्रोही कौरव माजता पांडवांसी रक्षण्या श्रीकृष्ण अवतरले ॥ १ ॥

हृदय में स्थापित करेंगे रामराज्य का विचार ।

आज रामनवमी के अवसर पर ।
अपनेे हृदय में स्थापित करेंगे रामराज्य का विचार ।
फिर होगा हर नगरी में रामनाम का जयजयकार ॥ १ ॥