सद्गुरु नीलेशदादा (टिप्पणी १) आप हैं, वाराणसी आश्रम के आधारस्तंभ ।
जहां के निसर्ग देवता भी, आपको देखकर हो जाते मग्न ।। १ ।।
काशी विश्वनाथजी ने दिया, आपको सद्गुरुपद का आशीर्वाद ।
अब गूंज उठा है, पूरी काशी में हिन्दू राष्ट्र का शंखनाद ।। २ ।।
साधकों की अडचनें दूर कर, आप करते हैं साधना संबंधी मार्गदर्शन ।
देखकर यह आपका भाव, हो जाते हैं हमें अपने गुरु के (टिप्पणी २) दर्शन ।। ३ ।।
साधकों को कष्ट होता है जब, आप स्वयं देखने आते ।
देखकर ये आपकी अमूल्य प्रीति, मन हमारे कृतज्ञता से भर आते ।। ४ ।।
आप प्यार से जब पीठ पर हाथ फेरते, ऐसा लगे गुरु ने दिया आशीर्वाद ।
मन में कुछ भी नहीं रहती इच्छा, बस सद्गुरु दादा रहें सदैव हमारे साथ ।। ५ ।।
कम पड रहे शब्द, लिखने को आपके संदर्भ में ।
व्यक्त करते हैं सभी साधक, कृतज्ञता आपके चरणों में ।। ६ ।।
टिप्पणी १ : सद्गुरु नीलेश सिंगबाळजी
टिप्पणी २ : परात्पर गुरु डॉ. आठवले
– श्री. सौमेन्द्र सिंह (वय १९ वर्षे), वाराणसी आश्रम (जुलै २०२२)