संपादकीय : ‘रिक्लेमिंग भारत’ अत्यावश्यक !
आम हिंदुओं के प्रयासों के साथ-साथ हिंदू धर्म के प्रति समर्पित संगठन एकत्र आकर इन आयोजनों तक ही सीमित न रहकर, हिंदुओं की सुरक्षा के लिए एक सार्वभौमिक ‘हिंदू इकोसिस्टम’ की दिशा में निर्णायक कदम उठाएंगे !
आम हिंदुओं के प्रयासों के साथ-साथ हिंदू धर्म के प्रति समर्पित संगठन एकत्र आकर इन आयोजनों तक ही सीमित न रहकर, हिंदुओं की सुरक्षा के लिए एक सार्वभौमिक ‘हिंदू इकोसिस्टम’ की दिशा में निर्णायक कदम उठाएंगे !
१९ अक्टूबर को संपन्न इस कार्यक्रम में २० से भी अधिक देशभक्त विचारकों ने अपने विचार रखे तथा हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के कार्य की बाधाएं दूर करने हेतु ‘वैचारिक युद्ध लडकर ही हिन्दुओं का पुनरुत्थान संभव है’, इस सूत्र पर विचारमंथन किया ।
मध्यप्रदेश में कई वर्षों तक भाजपा की सरकार होते हुए भी धर्मांध मुसलमानों में ऐसा करने का साहस कैसे हुआ ? ऐसा प्रश्न हिन्दुओं के मन में उठता है ! जब धर्मांध मुसलमान द्वारा यह कृत्य कर रहे थे तब क्या हिन्दू सो रहे थे ?
झारखंड एवं छत्तीसगढ में बड़े पैमाने पर आदिवासी हिन्दुओं का धर्म परिवर्तन किया जा रहा है । केन्द्र सरकार को इसके विरुद्ध कार्यवाही करनी चाहिए !
ब्राह्मणों की रक्षा तथा ब्राह्मण समुदाय पर आक्रमणों को रोकने के लिए ‘हिन्दू मक्कल काची’ ने ३ नवंबर, २०२४ को चेन्नई में एक विरोध मोर्चा निकाला ।
इससे ज्ञात होता है कि यह अमेरिकी संगठन हिन्दुओं के नाम पर संगठन स्थापित करके हिन्दुओं को विभाजित करने का प्रयास कर रहा है! क्या इस संगठन के पीछे भारत विरोधी अमेरिकी सरकार है? इसका पता लगाया जाना चाहिए!
हिन्दू धर्मरक्षण के लिए हिन्दूवादी विचारकों के वैचारिक उद्बोधन को सर्वत्र हिन्दू कृति में लाएं, ऐसी अपेक्षा !
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाळे ने यहां वक्तव्य देते हुए कहा, ‘यदि समाज, जाति एवं भाषाओं में भेद किया, तो हमारा (हिन्दुओं का) नाश होगा । इसलिए संगठित होना आवश्यक है । हिन्दू समाज की एकता जन-कल्याण के लिए है । वह सभी को आनंद देगी । हिन्दुओं को बांटने हेतु शक्ति कार्यरत है । उनको चेतावनी देना महत्त्वपूर्ण है ।’
हिंदुओं का प्रभावी संगठन ही भारत में हर प्रकार के जिहाद को रोकने का उपाय है !
संगठन किसी भी देश विरोधी घटना के पीछे के षड्यंत्र को अभ्यासपूर्ण उजागर करने का कार्य करता है ! बेंगलुरु (कर्नाटक) – हिन्दू धर्म की रक्षा के लिए हम जो भी महान कार्य करने का निर्णय लेते हैं, उसमें सबसे बड़ी बाधा हमारे सामने धन की कमी होती है । दूसरी ओर, जो लोग ‘सर … Read more