SANATAN PRABHAT EXCLUSIVE : महाराष्ट्र में ८५ प्रतिशत भिखारी भीख मांगने को अपना ‘व्यवसाय’ मानते हैं!
इस व्यवसाय की आपराधिक पृष्ठभूमि की गंभीर प्रकृति को ध्यान में रखते हुए गृह विभाग को भिखारियों के पीछे कार्यरत आपराधिक टोलियों को समाप्त करने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए, ऐसी मांग लोगों द्वारा की जा रही है।