अहिल्यानगर के श्री विशाल गणपति मंदिर के साथ १६ मंदिरों में वस्त्रसंहिता लागू होगी ! – महाराष्ट्र मंदिर महासंघ

मंदिरों की पवित्रता, मांगल्य, शिष्टाचार तथा संस्कृति को बचाने हेतु नागपुर तथा अमरावती के पश्चात अब यहां के १६ मंदिरों में वस्त्रसंहिता लागू करने का निर्णय लिया गया है ।

अयोध्या में श्रीरामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के करकमलों से होगी !

समारोह दिसंबर अथवा जनवरी में होगा !
राष्ट्रीय स्तर पर ७ दिनों का उत्सव मनाया जाएगा !

हिन्दुओं के मंदिरों में स्वच्छता नहीं होती ! – केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी

बिना स्वच्छता के जहां मनुष्य को ही अच्छा नहीं प्रतीत होता, क्या वहां ईश्वर को अच्छा प्रतीत होगा ? जहां स्वच्छता होती है, वहां ईश्वर का निवास होता है, इसे ध्यान में लेकर हिन्दुओं के मंदिरों में स्वच्छता आवश्यक है ! इसलिए हिन्दुओं को धर्मशिक्षा देने की आवश्यकता है !

जूनागड (गुजरात) में अवैध मजारों तथा दरगाहों को हटाने पर मुसलमानों का विरोध !

मंदिरों पर कार्रवाई रोकने के लिए हिंदू एक स्वर में विरोध नहीं करते, इसके विपरीत मजारों तथा दरगाहों पर कार्रवाई के विरोध में हजारों कानूनद्रोही मुसलमान सीधे रास्ते पर ही उतरते हैं ! तो भी पुरो(अधो)गामी सदा हिन्दुओं को ही आक्रमक तथा हिंसक ठहराते हैं !

पुजारियों को ‘अर्धनग्न’ कहनेवाले छगन भुजबल को पादरी, मौलवी अथवा मुसलमान महिलाओं के बुरखे पर टिप्पणी करने का साहस है ?

पुजारियों को ‘अर्धनग्न’ कहते हुए उन्हेें नीचा दिखाने का दुस्साहस होता है । मक्का के ‘काबा’के दर्शन लेने के लिए जानेवाले सभी मुसलमान पुरुष ‘पुजारियों समान ही’ कमर के ऊपर वस्त्र नहीं पहनते, उन्हें ‘अर्धनग्न’ कहने का दुस्साहस भुजबल में है क्या ?

उडीसा के शिवमंदिर में गांजा अर्पण करना एवं उसका प्रसाद वितरित करने पर प्रतिबंध ! – उडीसा सरकार का निर्णय

हिन्दुओं के मंदिरों में क्या हो अथवा क्या न हो, इसके संदर्भ में निर्णय लेने का अधिकार सरकारों को नहीं, अपितु धर्माचार्यों को होना चाहिए !

मथुरा के ठाकुर राधा दामोदर मंदिर में अधूरे कपडे पहन कर प्रवेश करने पर प्रतिबंध !

यहां के ठाकुर राधा दामोदर मंदिर में अधूरे कपडे धारण कर प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगाया गया है । इस मंदिर के प्रवेशद्वार पर यह फलक लगाया गया है ।

अयोध्या में श्रीराममंदिर का प्रथम स्तर ३० दिसंबर तक पूर्ण होगा ! – श्रीरामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट

मंदिर का निर्माण तीन चरणों में हो रहा है तथा प्रथम चरण पूर्ण होने के उपरांत भक्तगण मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे । प्रथम चरण में तल के अन्य कामों के सिवाय ५ मंडपों का निर्माणकार्य पूर्ण किया जाएगा ।

त्रावणकोर देवास्वम बोर्ड की ओर से मंदिरों के परिसर में संघ की शाखाएं आयोजित किए जाने पर पुनः प्रतिबंध !

मंदिरों में इफ्तार की मेजबानियां करने के लिए बोर्ड की ओर से अनुमति कैसे दी जाती है ? यह हिन्दू धर्म विरोधी नहीं है क्या ? 

केक काट कर श्री शनिदेव की जयंती मनाने की पाश्चात्य कुप्रथा बंद !

श्रीक्षेत्र शनि शिंगनापुर के ‘श्री शनैश्‍चर’ जागृत देवस्थान पर पिछले ३-४ वर्ष से कुछ श्रद्धालु पाश्‍चात्त्य पद्धति से केक काट कर श्री शनिदेवता की जयंती मनाते थे ।