हिन्दू धर्म को यदि चुनौती देने का काम किया गया, तो मढी गांव में जो निर्णय लिया गया है, उसे भविष्य में पूरे महाराष्ट्र में लिया जाएगा ! – मंत्री नीतेश राणे

मढी (अहिल्यानगर) में संपन्न हुई हिन्दू धर्मसभा !

अहिल्यानगर – महाराष्ट्र के अहिल्यानगर जिले के पाथर्डी तहसील के मढी ग्रामवासियों ने गांव के मेले में मुसलमानों को दुकानें न लगाने देने का प्रस्ताव पारित किया था तथा उसके संदर्भ में ग्रामपंचायत द्वारा भी प्रस्ताव पारित किए जाने से उसका विरोध किया जा रहा था । राज्य के मत्स्योद्योग तथा बंदरगाह विकास मंत्री नीतेश राणे ने मढी ग्रामपंचायत के इस प्रस्ताव का समर्थन किया था । मंत्री नीतेश राणे ने अपने भाषण में यह चेतावनी देते हुए कहा, ‘‘मढी गांव ने जो निर्णय लिया है, उसे इतिहास में लिखा जाएगा । इस गांव ने जिहादियों को उनका स्थान दिखा देने का काम किया है । हिन्दू धर्म को चुनौती देने का यदि किसी ने काम किया, तो आज मढी गांव ने जो निर्णय लिया है, उसे भविष्य में पूरे महाराष्ट्र में लिया जाएगा । तुम्हें यदि हमारे धार्मिक स्थानों पर आकर जिहाद करना हो, तो हम उसे सहन नहीं करेंगे ।’’

मंत्री श्री. नीतेश राणे ने आगे कहा कि,

श्री. नीतेश राणे

१. मढी गांव के कडवे विचारोंवाले हिन्दू जागृत हुए हैं । मढी गांव का यह निर्णय पूरे देश का दिशादर्शन करनेवाला है ।

२. मढी ग्रामसभा का प्रस्ताव निरस्त करनेवाले मंडल विकास अधिकारी को इससे अवगत करें कि यह हिन्दुत्वनिष्ठ सरकार है । हमने यदि आपके धर्म के विरोध में भूमिका ली, तो क्या तुम्हें वह चलेगा ? ? महंत रामगिरी महाराज ने यदि कोई वक्तव्य दिया, तो आपको मिर्ची क्यों लगती है ?, यह प्रश्न भी नीतेश राणे ने उठाया ।

३. मैं मंत्री बना, वह हिन्दू जनता ने मुझे मतदान किया, इसलिए बना । अब मोर्चे निकालने की तथा आंदोलन करने की आवश्यकता नहीं है । अब वे दिन बीत चुके हैं तथा वर्तमान सरकार हिन्दुत्वनिष्ठ सरकार है ।

४. मढी गांव द्वारा पारित प्रस्ताव भले ही निरस्त हुआ हो, तब भी आप पुनः प्रस्ताव पारित कीजिए तथा सभी ग्रामवासी उस पर हस्ताक्षर करें । सभी ग्रामवासियों ने प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए, तो वह मंडल विकास अधिकारी कैसे आपका प्रस्ताव निरस्त करता है ?, यह मैं देख लूंगा ।

५. राज्य के अनेक स्थानों पर इन लोगों ने जो अतिक्रमण किए हैं, उन्हें हटाया जा रहा है । जिस पंथ में मूर्तिपूजा का विरोध है, उन लोगों को हम हमारे मेले में दुकानें क्यों लगाने दें ?

उपस्थित हिन्दू

६. उनके त्योहारों-उत्सवों में यदि वे लोग हिन्दुओं को दुकानें नहीं लगाने देते हैं, तो हिन्दू उनके पवित्र उत्सवों में दुकानें नहीं लगाने दें, तो उसमें अनुचित क्या है ? अन्य धर्मी लोग हिन्दुओं के मेलों की पवित्रता नष्ट कर रहे हैं । ये लोग हमारे मेलों में मांस की दुकानें लगाते हैं, ८-९ दिन स्नान नहीं करते तथा वहां गंदगी करते हैं; तो उसके विरुद्ध हिन्दू धर्म की रक्षा हेतु गांव के सरपंच तथा ग्रामवासियों द्वारा ली गई भूमिका स्वागतयोग्य ही है । अन्य गांव तथा महाराष्ट्र के अन्य देवस्थान भी यही भूमिका लें, जिससे हिन्दू धर्म के विरुद्ध चल रहा यह षड्यंत्र बंद होगा ।

मुसलमान व्यावसायिकों पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव निरस्त !

अगले महिने से मढी में चैतन्य कानिफनाथ महाराज का मेला आरंभ होनेवाला है । ग्रामपंचायत द्वारा पारित प्रस्ताव असंवैधानिक होने का आरोप लगाकर मुसलमान समाज के शिष्टमंडल ने मंडल विकास अधिकारी से संबंधित लोगों के विरुद्ध कार्यवाही करने की मांग की थी; उसके कारण मंडल विकास अधिकारी की ओर से मढी के ग्रामसेवक को ‘कारण दिखाओ’ नोटिस दिया गया था । उसके उपरांत पाथर्डी पंचायत समिति के मंडल विकास अधिकारी शिवाजी कांबळे ने वरिष्ठों को जांच ब्योरा भेज कर मढी गांव में मुसलमान व्यावसायिकों पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव निरस्त करने की जानकारी दी है ।