तुर्कीये के ब्रिक्स संगठन में सम्मिलित होने की संभावना
(ब्रिक्स अर्थात ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रिका इन देशों का संगठन)
न्यूयॉर्क (अमेरिका) – कश्मीर विषय पर सदा पाकिस्तान का पक्ष लेने वाला तुर्कीये, इस विषय पर संयुक्त राष्ट्र महासभा में इस बार मौन दिखाई दिया । कश्मीर संबंधी अनुच्छेद ३७० हटने के पश्चात अर्थात वर्ष २०१९ से तुर्कीये पाकिस्तान के पक्ष में बयान दिया करता था; किंतु इस बार तुर्कीये के प्रमुख एर्दोगान ने पूर्णतः मौन साध लिया । तुर्कीये को ‘ब्रिक्स’ संगठन में सहभागी होना है और भारत इसका संस्थापक सदस्य है । इसलिए, भारत का विरोध करने से काम नहीं बनेगा, यह बात एर्दोगन भलीभांति समझ गए हैं । अब अगले महीने रूस के कजान नगर में ब्रिक्स संगठन का शिखर सम्मेलन होनेवाला है । उसमें एर्दोगन सहभागी हो सकते हैं ।
संपादकीय भूमिकाब्रिक्स संगठन में सहभागी होने के लिए तुर्कीये को कश्मीर विषय पर मौन न रह कर, भारत के पक्ष में बोलना चाहिए, यह शर्त भारत को रखनी चाहिए ! |