हिन्दुओं में शौर्य की वृद्धि हो और रामराज्य के कार्य के लिए बल प्राप्त हो, इसलिए पूरे देश में ७५७ स्थानों पर सामूहिक गदापूजन !
महाराष्ट्र में ६४२ स्थानों पर गदापूजन
महाराष्ट्र में ६४२ स्थानों पर गदापूजन
सनातन धर्म की महिमा व गौरव वृद्धिंगत करने के लिए २१ अप्रैल को पुणे नगर में सनातन धर्म की सेवा और कार्य, सर्व लोगों तक पहुंचाने के उद्देश्य से ‘सनातन गौरव शोभायत्रा’ का आयोजन किया गया है।
‘दारुल उलूम देवबंद’ ने ‘गजवा-ए-हिन्द’ अर्थात ‘भारत के खिलाफ युद्ध छेडकर भारत को जीतना और पूरे भारत का इस्लामीकरण करना’ ऐसे फतवा जारी किया है । ‘दारुल उलूम देवबंद’ ने इसका खुला समर्थन किया है ।
भारतीय जनता पार्टी के विधायक श्री. जेठानंद व्यासजी को हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. आनंद जाखोटिया ने समिति के धर्मशिक्षा के कार्य से अवगत कराया । साथ ही राष्ट्र विरोधी हलाल सर्टिफिकेशन के षड्यंत्र के विषय में उन्हें जानकारी दी एवं समिति समर्थित ग्रंथ ‘हलाल जिहाद’ उन्हें भेंट दिया ।
वे यहां के अंबिका आश्रम में प.पू. सदगुरुदेव श्री गजानन महाराज बाबाजी के १०४ वें जन्मोत्सव कार्यक्रम हेतु पधारे साधकों का मार्गदर्शन कर रहे थे ।
वर्तमान में कई युवा तनाव के वातावरण में जीवनयापन कर रहे हैं । विषम परिस्थिति में न घबराते हुए संकल्प के साथ कार्य करने की आवश्यकता है । सकारात्मक सोच के साथ मन की शक्ति प्रदान करें ।
बगडी नगर में कलालो के पास स्थित शिव मंदिर में यह कार्यक्रम हुआ, जिसमें स्थानीय धर्मप्रेमी अपने परिवार सहित उपस्थित रहे ।
भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा श्री महालक्ष्मीदेवी की मूर्ति का संवर्धन किया जाएगा । इसके कारण यदि मूर्ति को क्षति पहुंचती है, तो उसका सटीक दायित्व निश्चित किया जाए, ऐसी मांग महाराष्ट्र मंदिर महासंघ की ओर से कोल्हापुर के जिलाधिकारी के पास निवेदन द्वारा की गई है ।
सडक दुर्घटनाओं में होने वाली मृत्यु की संख्या कम करने के लिए प्रारंभ किए गए ‘ट्रामा सुश्रुषा केंद्र ‘ उपेक्षित !
‘विज्ञान स्थूल सूत्रों पर कार्यरत है, जबकि अध्यात्म सूक्ष्म स्तर पर, अर्थात मन-बुद्धि-चित्त इन चरणों पर कार्य करता है । विज्ञान भी धीरे धीरे सूक्ष्म स्तर पर कार्य करने लगा है; परंतु उसी समय अध्यात्म उससे भी आगे जाकर सूक्ष्मतर एवं सूक्ष्मतम स्तर तक कार्य करता है ।