कर्नाटक विधान परिषद की पूर्व सदस्या डॉ. एस्.आर्. लीला : हिन्दू संस्कृति की रक्षा का कार्य करनेवाली आधुनिक रणरागिनी !

डॉ. लीला का जन्म १७ जनवरी १९५० को कर्नाटक के कोलार जिले के मालूर तहसील में स्थित संपंगेरे गांव में हुआ । उन्होंने संस्कृत में एम्.ए. एम्.फील एवं पीएच. डी की उपाधियां प्राप्त की ।

यज्ञदत्तात्रेय क्षेत्र जुज्जूरु (आंध्र प्रदेश) में ‘ज्योतिष्ठोम अग्निष्टोम यज्ञ’ संपन्न !

मद्दुरी वेंकट माधव शर्मा तथा उनकी श्रीमती बालात्रिपुरसुंदरी ने सनातन संस्था के संस्थापक सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी की एक आध्यात्मिक उत्तराधिकारिणी श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली मुकुल गाडगीळजी को आशीर्वाद देने के लिए बुलाया था ।

अलंकार संबंधी सनातन की ग्रंथमाला

स्त्रियों के अलंकारों का अध्यात्मशास्त्रीय विवेचन

सर्वोच्च न्यायालय के कट्टर हिन्दुत्वनिष्ठ पू. (अधिवक्ता) हरि शंकर जैनजी ‘सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव’ में आमंत्रित !

सनातन संस्था की रजत जयंती तथा सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी की ८३ वीं जयंती के उपलक्ष्य में १७ से १९ मई तक गोवा में ‘ सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव ‘ का आयोजन किया गया है ।

Sanatan Rashtra Shankhnad Mahotsav : सनातन संस्था की ओर से मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत से की गई भेंट।

सनातन संस्था की रजत जयंती और सनातन संस्था के संस्थापक सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवले के ८३वें जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में फोंडा, गोवा में १७ से १९ मई की अवधि में ‘सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव’ का आयोजन किया गया है।

Sanatan Rashtra Shankhnad Mahotsav : गोवा में ‘सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव’ का भव्य आयोजन !

समस्त मानवजाति के परम कल्याण तथा रामराज्य की स्थापना हेतु कार्यरत सनातन संस्था के संस्थापक सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी की ८३ वीं जयंती एवं सनातन संस्था के रजत जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में गोवा में ‘सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव’ भव्य रूप से मनाया जाएगा ।

Sanatan Rashtra Shankhnad Mahotsav : गोवा के मुख्यमंत्री, साथ ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को ‘सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव’ के लिए निमंत्रण !

सनातन संस्था के संस्थापक डॉ. सच्चिदानंद परब्रह्म  जयंत आठवले  , जिन्होंने विश्व कल्याण हेतु रामराज्य के साथ ‘सनातन राष्ट्र’ का लक्ष्य निर्धारित किया है, उनकी ८३ वीं जयंती इस वर्ष गोवा में भव्य स्वरूप में मनाई जाएगी।

हिन्दू राष्ट्र के उद्गाता सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी का जन्म एवं शैक्षिक जीवन

सनातन संस्था के संस्थापक सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी की ८३ वीं जयंती के अवसर पर गोवा में ‘सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव’ का आयोजन किया है । इस उपलक्ष्य में उनके जीवन चरित्र के विषय में यह लेखमाला आरंभ कर रहे हैं ।

Sanatan Rashtra Shankhnad Mahotsav : गोवा में ‘सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव’ का भव्य आयोजन !

गोवा में पहली बार इतने बडी मात्रा में तीन दिनों के लिए २०,००० से अधिक साधक और धार्मिक भक्त, जिनमें संत, धर्मप्रेमी हिन्दू, गणमान्य और महानुभाव एकत्रित होंगे । यह सनातन धर्म के भव्य कुंभ मेले जैसा है, जहां धर्म और आध्यात्म के ज्ञान की दिव्य गंगा बहेगी ।