Justice Shekhar Yadav On UCC : भारत बहुसंख्यककों की इच्छा के अनुसार काम करेगा !
भारत के इतिहास में पहली बार किसी विद्यमान न्यायाधीश ने इस प्रकार का वक्तव्य दिया है । इससे यह ध्यान में लेना होगा कि अब समय बदल रहा है ।
भारत के इतिहास में पहली बार किसी विद्यमान न्यायाधीश ने इस प्रकार का वक्तव्य दिया है । इससे यह ध्यान में लेना होगा कि अब समय बदल रहा है ।
हिन्दू धर्म सर्वधर्मसमभाव को माननेवाला धर्म है, किसी को भी हीन न माननेवाला तथा किसी प्रकार का भेदभाव न करनेवाला धर्म है; परंतु ऐसा होते हुए भी हम कितनी बार विश्वासघात सहन करें ? आज की स्थिति में हिन्दू समाज को एकत्रित करना महत्त्वपूर्ण है ।
जबकि केंद्र और देश के कई राज्यों में भाजपा की सरकार है , सबसे पहले इन राज्यों में हिन्दू मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कर भक्तों को सौंप दिया जाना चाहिए । हिन्दुओं को लगता है कि हिन्दुओं को इसकी मांग नहीं करनी चाहिए !
हाल ही में २ सहस्र ईसाइयों ने हिन्दू धर्म में घरवापसी (पुनर्प्रवेश) किया । विश्व हिन्दू परिषद ने इस धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया था । हिन्दू धार्मिक परंपरा के अनुसार घर वापसी की गई ।
छत्तीसगढ के क्रांतिसंत रामबालक दास महात्यागी ने कहा कि, आज यदि हम नहीं जागे, तो भविष्य में हिन्दुओं की संख्या अल्प होगी; इसलिए संगठित होकर आवाज उठाएं ।
बांग्लादेश में हिन्दुओं तथा अन्य अल्पसंख्यक समुदायों पर हो रहे अत्याचारों के विषय में जागरूकता लाने हेतु यह आंदोलन किया गया ।
इसके लिए भारत सरकार पर दबाव बनाना हिन्दू संगठनों के लिए भी उतना ही आवश्यक हो गया है। बांग्लादेश ही नहीं अपितु भारत में भी हिन्दूओं की रक्षा के लिए कदम उठाया जाना चाहिए !
यहां २ मुसलमान युवकों ने विश्व हिन्दू परिषद के भावेश परमार नाम के कार्यकर्ता पर प्राणघातक आक्रमण किया, जिसमें भावेश परमार गंभीररूप से घायल हुए, साथ ही उनका पत्रकार मित्र भी घायल हुआ।
विदेशों में जो जिहादी आतंकवादी नहीं कर रहे, वह खालिस्तानी कर रहे हैं । भारत सरकार को ऐसे लोगों की नकेल कसने का प्रयास करना चाहिए !
मुस्लिम अपनी पहचान छिपाते हैं और हिंदू पूजा स्थलों पर पूजा सामग्री बेचते हैं। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने कुछ समय पूर्व ही में मांग की थी कि राज्य सरकारें इस संबंध में कठोर कदम उठाएं और मुसलमानों को पूजा सामग्री की दुकानें खोलने से रोकें।