साधको, आध्यात्मिक कष्टों की तीव्रता बढने से आध्यात्मिक उपाय नियमित करने के साथ ही व्यष्टि साधना भी बढाएं !
‘वर्तमान में सर्वत्र आध्यात्मिक कष्टों की तीव्रता बहुत बढ गई है । साधकों के व्यक्तिगत और पारिवारिक अडचनों में भी वृद्धि हुई है । कुछ साधकों के मन में नकारात्मक विचार आ रहे हैं । व्यष्टि साधना के प्रति उदासीनता बढ रही है ।