वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव – द्वितीय दिन (२५ जून) : अनुभवकथन तथा उपासना का महत्त्व

धर्मनिष्ठ व्यक्ति कभी धर्म की हानि नहीं कर सकता तथा वह धर्म हानि खुली आंखों से देख भी नहीं सकता एवं उसे रोकने का प्रयत्न करता है ।उसे यह भान होता है कि धर्म कार्य करते समय उसके पास ईश्वरीय शक्ति है ।

वैश्‍विक हिन्दू राष्‍ट्र महोत्‍सव सातवां दिन (३० जून) – उद़्‍बोधन सत्र : हिन्दुत्‍व की रक्षा

भाग्‍यनगर (हैदराबाद) में प्रतिवर्ष गणेशविसर्जन के समय मुसलमान दंगा करवाते थे l एक वर्ष हिन्दुओं ने निर्धार कर उनपर प्रतिप्रहार किया l तबसे वहां के दंगे बंद हो गए l यदि हिन्दुओं ने प्रतिप्रहार करना चालू किया तभी हिन्दू समाज की रक्षा हो सकती है l

वाराणसी में ‘अखिल भारतीय सनातन न्यास’ द्वारा आयोजित रामकथा में हिन्दू जनजागृति समिति का सहभाग

इस कथा का आरंभ हिन्दू जनजागृति समिति के धर्मप्रचारक सद्गुरु नीलेश सिंगबाळजी, काशी विश्वनाथ मंदिर वॉर्ड के अध्यक्ष प्रो. नागेंद्र पांडेय एवं अन्य संतों की ओर से दीप प्रज्वलित किया गया ।

‘आध्यात्मिक मानवतावाद एवं अंतरधर्मीय सुसंवाद’ के प्रवर्तक स्वामी श्री. आनंद कृष्णा का इंडोनेशिया में स्थित सात्त्विक आश्रम तथा उनके साधक !

स्वामी श्री. आनंद कृष्णा सिंधी वंश के हैं तथा इंडोनेशिया उनका जन्मस्थल है । वे इंडोनेशिया के ‘आध्यात्मिक मानवतावाद, साथ ही अंतरधर्मीय सुसंवाद’ के प्रवर्तक हैं । उन्होंने प्रचुर लेखनकार्य भी किया है ।

काशी विश्वेश्वर मंदिर की मुक्ति के लिए वैधानिक लड़ाई लड़नेवाले धर्मप्रेमियों का वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव में अभिनंदन !

वाराणसी (उत्तर प्रदेश) यहां के काशी विश्वेश्वर मंदिर को मुक्त कराने के लिए वैधानिक लडाई लडनेवाले धर्मप्रेमियों का वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव में सम्मान किया गया ।

मान्यवर प्राध्यापक वाराणसी स्थित सनातन संस्था के आश्रम में पधारे !

‘काशी हिन्दू विश्वविद्यालय’ की मनोविज्ञान शाखा की प्राध्यापिका डॉ. पूर्णिमा सक्सेना और विश्व के अलग-अलग महाद्वीपों में प्रबंध शास्त्र और नेतृत्व कुशलता सिखानेवाले और वाराणसी के ‘स्कूल ऑफ मैनेजमेंट साइंसेज’ के प्राध्यापक डॉ. संजय सक्सेना सनातन के वाराणसी आश्रम में आए ।

विश्व के प्रथम हिन्दू ओटीटी प्लेटफॉर्म ‘प्राच्यम्’ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रवीण चतुर्वेदी वाराणसी स्थित सनातन संस्था के आश्रम में पधारे !

यह प्रशंसनीय है कि सनातन संस्था के आश्रम में सभी से साधना करवाने की ओर विशेष ध्यान दिया जाता है । आश्रम में अत्यधिक सात्त्विक वातावरण और सकारात्मक ऊर्जा है ।, ऐसा श्री. प्रवीण चतुर्वेदी ने कहा ।

सनातन संस्था के रजत जयंती के अवसर पर बिहार तथा उत्तर प्रदेश में विविध कार्यक्रमों का आयोजन !

तनाव को नियंत्रित करने के लिए शारीरिक, मानसिक स्तर के साथ-साथ आध्यात्मिक स्तर पर किस प्रकार से समाधान किया जा सकता हैं, इस दृष्टि से समाज की सहायता हो, इसके लिए समाज के विविध वर्गाें के लिए ‘तनाव निर्मूलन हेतु अध्यात्म’ विषय का आयोजन किया गया ।

सिंगरौली (मध्य प्रदेश) में नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड द्वारा तनाव नियंत्रण हेतु कार्यशाला

‘‘तनाव का कारण परिस्थिति नहीं, अपितु उसे संभालने की कुशलता का अभाव है । व्यक्तित्व में होनेवाले स्वभावदोष और अहं निर्मूलन से ही यह कुशलता हमें प्राप्त हो सकती है’’, ऐसे विचार सद्गुरु नीलेश सिंगबाळजी ने व्यक्त किए ।

विश्व के प्रथम हिन्दू ओटीटी प्लेटफॉर्म ‘प्राच्यम’ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रवीण चतुर्वेदी की वाराणसी (उत्तरप्रदेश) स्थित सनातन संस्था के आश्रम में पधारे !

हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हेतु सभी को साधना करना आवश्यक है । यह प्रशंसनीय है कि सनातन संस्था के आश्रम में सभी से साधना करवाने की ओर विशेष ध्यान दिया जाता है ।