कलबुर्गी (कर्नाटक) में सड़कों पर विरोध स्वरूप चिपकाए गए पाकिस्तान के ध्वजों को मुस्लिम महिलाओं द्वारा हटाया गया।
देशद्रोही तत्वों को पोषित करने के बजाय, उन पर मुकदमा चलाकर समय, धन और संसाधनों की बर्बादी न कर, उन्हें सीधे पाकिस्तान भेजा जाना चाहिए।
देशद्रोही तत्वों को पोषित करने के बजाय, उन पर मुकदमा चलाकर समय, धन और संसाधनों की बर्बादी न कर, उन्हें सीधे पाकिस्तान भेजा जाना चाहिए।
उम्मीद है कि राजस्थान में भाजपा सरकार के रहते ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए !
३ पुलिस उपायुक्तोंसहित ३३ पुलिसकर्मी घायल, दंगे में पेट्रोलबम, तलवारें, कुल्हाडी तथा पत्थरों से आक्रमण और सैकडों दोपहिया वाहनों में तोडफोड
ऐसी चेतावनी देनी ही क्यों पडती है ? सरकार तथा प्रशासन स्वयं ही हिन्दुओं की जनभावनाओं का विचार करे, साथ ही औरंगजेब जैसे अत्याचारी शासक के महिमामंडन के सभी पदचिन्ह मिटाने का राष्ट्रीय कार्य पूर्ण करे ।
मध्य प्रदेश में धर्मांतरण निषेध कानून होने के उपरांत भी वहां ईसाई हिन्दुओं का धर्मांतरण करने में संलिप्त हैं, जिसका स्पष्ट अर्थ है कि मुसलमानों की भांति कट्टर ईसाई भी कानून का पालन नहीं करते । न केवल कानून बनाना आवश्यक है, परंतु कठोर दंड का प्रावधान करके उसे लागू करना भी आवश्यक है !
वणी (यवतमाल) में गौमांस मिश्रित बिरयानी की बिक्री का मामला
उन्होंने पुलिस पर भी हाथ उठाया !
बजरंग दल ने ३ दिन के भीतर कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी !
‘सुदर्शन न्यूज’ वाहिनी द्वारा प्रकरण उजागर करनेपर राज्य सरकार सक्रिय !
ध्यान दें कि पुलिस, जो हिन्दुओं के विरुद्ध अपराध तुरंत प्रविष्ट करती है, कट्टर मुसलमानों के विरुद्ध अपराध प्रविष्ट करने में विफल रहती है ! यह हिन्दुओं में सद्भाव और अतिसहिष्णुता के गुणों का परिणाम है, यह सत्य है !
कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के राज में मुक्त छोडे गए धर्मांध !