हिन्दू राष्ट्र-स्थापना हेतु हिन्दुओं को सक्रिय करनेवाली ‘हिन्दू जनजागृति समिति’ का बढता कार्य !

हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हेतु हिन्दुओं को संगठित करनेवाली हिन्दू जनजागृति समिति का कोरोना महामारी की आपदा के उपरांत बढते दैवीय कार्याें का लेख यहां दिया है ।

वैचारिक युद्ध लडकर हिन्दू पुनरुत्थान संभव ! – सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी

१९ अक्टूबर को संपन्न इस कार्यक्रम में २० से भी अधिक देशभक्त विचारकों ने अपने विचार रखे तथा हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के कार्य की बाधाएं दूर करने हेतु ‘वैचारिक युद्ध लडकर ही हिन्दुओं का पुनरुत्थान संभव है’, इस सूत्र पर विचारमंथन किया ।

हस्तरेखा विशेषज्ञ सुनीता शुक्ला द्वारा हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी की हस्तरेखाओं का विश्लेषण !

ऋषिकेश (उत्तराखंड) की हस्तरेखा विशेषज्ञ सुनीता शुक्ला द्वारा हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी का किया विश्लेषण यहां दे रहे हैं ।

गोवर्धन (उत्तर प्रदेश) में भारत के उज्ज्वल भविष्य हेतु तथा भारत के यथाशीघ्र हिन्दू राष्ट्र बनने हेतु ७ दिवसीय ‘जनशांति धर्म समारोह’ संपन्न !

इस समारोह में सहस्रों साधकों ने ‘भारत को शीघ्र हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिए’ मौन साधना, ११ करोड जप, ५१ सहस्र अनुष्ठान पाठ तथा ५ सहस्र घंटे के श्रमदान का पुण्य समर्पित किया । इस समारोह में महाराष्ट्र से आए अनेक भक्त सपरिवार उपस्थित थे ।

परिपूर्ण सेवा लगन से करनेवाले हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. श्रीराम लुकतुके ने प्राप्त किया ६१ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर !

समिति के साधकों के लिए आयोजित कार्यक्रम में श्री. लुकतुके ने समिति के कार्य से संबंधित अनुभव विशद किए । तदनंतर सद्गुरु पिंगळेजी ने यह आनंद-समाचार सभी को सुनाया ।

लगन से सेवा करनेवाली मथुरा सेवाकेंद्र की सनातन की साधिका कु. मनीषा माहुर (आयु २९ वर्ष) ने प्राप्त किया ६१ प्रतिशत आध्यात्मिक स्तर !

‘समष्टि में श्रीसत्शक्ति (श्रीमती) बिंदा सिंगबाळजी जैसी बनने का लक्ष्य रखकर प्रयास करनेवाली कु. मनीषा माहुर !

‘जयतु जयतु हिन्‍दुराष्‍ट्रम्’ के उद्घोष में वैश्विक हिन्दू राष्‍ट्र महोत्‍सव का  प्रारंभ !

‘जयतु जयतु हिन्‍दुराष्‍ट्रम्’ के उत्‍साहवर्धक जयघोष एवं संत-महंतों की वंदनीय उपस्थिति में रामनाथी, फोंडा स्थित श्री रामनाथ देवस्‍थान में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से आयोजित वैश्विक हिन्दू राष्‍ट्र महोत्‍सव का अर्थात ‘अखिल भारतीय हिन्दू राष्‍ट्र अधिवेशन’ का प्रारंभ हुआ ।

‘आध्यात्मिक मानवतावाद एवं अंतरधर्मीय सुसंवाद’ के प्रवर्तक स्वामी श्री. आनंद कृष्णा का इंडोनेशिया में स्थित सात्त्विक आश्रम तथा उनके साधक !

स्वामी श्री. आनंद कृष्णा सिंधी वंश के हैं तथा इंडोनेशिया उनका जन्मस्थल है । वे इंडोनेशिया के ‘आध्यात्मिक मानवतावाद, साथ ही अंतरधर्मीय सुसंवाद’ के प्रवर्तक हैं । उन्होंने प्रचुर लेखनकार्य भी किया है ।

हिन्दुओं के संगठित प्रयत्नों के कारण हिन्दू राष्ट्र के विरूद्ध हो रहे षड्यंत्र सफल नहीं होंगे ! – सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळे, राष्ट्रीय मार्गदर्शक, हिन्दू जनजागृति समिति

हिन्दू राष्ट्र स्थापना के कार्य को गति देने के लिए प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी ‘अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’, अर्थात ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ आयोजित किया गया है। यह महोत्सव २४ से ३० जून २०२४ तक की कालावधि में गोवा में संपन्न होगा।

GlobalSpiritualityMahotsav : बाह्य एवं अंतर्गत प्रदूषण दूर करने के लिए आधुनिक चिकित्सा-शास्त्र को अध्यात्मशास्त्र से जोडें !

‘विज्ञान स्थूल सूत्रों पर कार्यरत है, जबकि अध्यात्म सूक्ष्म स्तर पर, अर्थात मन-बुद्धि-चित्त इन चरणों पर कार्य करता है । विज्ञान भी धीरे धीरे सूक्ष्म स्तर पर कार्य करने लगा है; परंतु उसी समय अध्यात्म उससे भी आगे जाकर सूक्ष्मतर एवं सूक्ष्मतम स्तर तक कार्य करता है ।