India’s First Hindu Village : देश का पहला ‘हिन्दू गांव’ छतरपुर (मध्य प्रदेश) में स्थापित किया जाएगा
इससे पता चलता है कि केवल संत ही, न कि राजनीतिक दल और नेता, वास्तव में हिन्दू राष्ट्र बना सकते हैं !
इससे पता चलता है कि केवल संत ही, न कि राजनीतिक दल और नेता, वास्तव में हिन्दू राष्ट्र बना सकते हैं !
प्रदर्शनकारियों ने सरकार को एक सप्ताह की समयसीमा दी है। उनका कहना है कि अगर उनकी मांगों पर कार्यवाही नहीं की गई तो बड़े पैमाने पर हिंसक प्रदर्शन होंगे।
हिन्दू धर्म की संस्कृति अन्य देश अपनाएंगे, हिन्दू धर्म की पताका विश्व में फहरेगी, देश में समान नागरिक कानून आएगा, तथा राज्य की राजनीति में बडा कोलाहल मचेगा । इसके साथ अन्य भविष्यवाणी श्रीक्षेत्र आदमापुर (तहसिल भुदरगढ) मेंं की गई ।
नास्त्रेदमस ने ऐसे समय का संकेत दिया है कि जब भारतीय संस्कृति, योग और वेदांत का विश्व स्तर पर प्रचार किया जाएगा । आज योग और ध्यान पूरे विश्व में लोकप्रिय हो गया है । इस घटना को कुछ लोग उसकी भविष्यवाणी से जोड़ कर देखते हैं ।
भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने की मांग को लेकर बिहार में राजनीति गरमा गई है। भा.ज.पा. विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने अभी- अभी सामाजिक माध्यम पर चर्चा करते हुए बडा वक्तव्य किया ।
महाकुम्भ क्षेत्र में हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. पिंगळेजी तथा समिति के अन्य कार्यकर्ताओं ने विविध अखाडों के संत-महंतों से भेंट कर उन्हें जून में गोवा में होनेवाले वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव का निमंत्रण दिया । तथा हिन्दू जनजागृति समिति के कार्य की विस्तृत जानकारी दी ।
पुरी पीठ के शंकराचार्य स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वतीजी की ओर से पूरे कुंभ मेले में विभिन्न स्थानों पर ‘हम भारत भव्य बनायेंगे, हम हिन्दू राष्ट्र बनायेंगे’ के बैनर लगाए गए थे ।
इस महाकुंभ पर्व ने पिछले कुंभ मेलों में आए श्रद्धालुओं की संख्या के सभी रिकॉर्ड तोड दिए हैं, वास्तव में, यह प्रयागराज में आयोजित अब तक का सबसे बड़ा धार्मिक उत्सव बन गया है ।
प्रत्येक बात परिवर्तित की जा सकती है । वर्ष १९७५ में इंदिरा गांधी ने देश में ‘इमरजेंसी’ लागू कर संविधान में ‘धर्मनिरपेक्ष’ एवं ‘समाजवाद’ ये शब्द बलपूर्वक घुसाए । यदि वे एसा कर सकती हैं, तो यही शब्द संसद में बहुमत के जोर पर लोकतंत्र मार्ग से हटाए भी जा सकते हैं एवं वहां ‘हिन्दू राष्ट्र’ शब्द अंतर्भूत किया जा सकता है । ऐसे अधिकार संविधान द्वारा ही दिए गए हैं ।
महाकुंभ में हिन्दू राष्ट्र और सनातन बोर्ड बनाने की मांग तेज होने पर, अब भारत में भगवान श्रीराम की छायाचित्र युक्त चलमुद्रा (नोट) छापने की मांग यहां के महर्षि योगी संस्था ने की है ।