हिन्दू स्वयं के साथ परिवार, राष्ट्र एवं धर्म की रक्षा हेतु तैयार रहें !

शत्रु सदैव युद्ध की तैयारी में होता है । ऐसी स्थिति में हिन्दुओं का भी स्वरक्षा हेतु तैयारी करना आवश्यक है । हमें किसी के साथ अन्याय नहीं करना है, अपितु राष्ट्र एवं धर्म की रक्षा करनी है ।

श्रीचित्‌शक्ति (श्रीमती) अंजली मुकुल गाडगीळजी ने किए जोधपुर (राजस्थान) की मां सत्चियादेवी के भावपूर्ण दर्शन !

इस अवसर पर श्रीचित्शक्ति (श्रीमती) अंजली गाडगीळजी ने ‘सर्वत्र के साधकों को हो रहे विभिन्न कष्ट दूर हों तथा हिन्दू राष्ट्र की शीघ्रातिशीघ्र स्थापना हो’, इसके लिए भावपूर्ण प्रार्थना की ।

गोवर्धन (उत्तर प्रदेश) में भारत के उज्ज्वल भविष्य हेतु तथा भारत के यथाशीघ्र हिन्दू राष्ट्र बनने हेतु ७ दिवसीय ‘जनशांति धर्म समारोह’ संपन्न !

इस समारोह में सहस्रों साधकों ने ‘भारत को शीघ्र हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिए’ मौन साधना, ११ करोड जप, ५१ सहस्र अनुष्ठान पाठ तथा ५ सहस्र घंटे के श्रमदान का पुण्य समर्पित किया । इस समारोह में महाराष्ट्र से आए अनेक भक्त सपरिवार उपस्थित थे ।

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव – द्वितीय दिन (२५ जून) : अनुभवकथन तथा उपासना का महत्त्व

धर्मनिष्ठ व्यक्ति कभी धर्म की हानि नहीं कर सकता तथा वह धर्म हानि खुली आंखों से देख भी नहीं सकता एवं उसे रोकने का प्रयत्न करता है ।उसे यह भान होता है कि धर्म कार्य करते समय उसके पास ईश्वरीय शक्ति है ।

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन का दूसरा दिन (२५ जून) : राष्‍ट्र एवं धर्म की रक्षा हेतु किए गए प्रयास

हिन्दू अपनी लडकियों को उनके बचपन में ही भगवद्गीता क्यों नहीं सिखाते ? भगवद्गीता में ‘विधर्म से स्‍वधर्म श्रेष्‍ठ है’, इसकी सीख दी गई है । यदि यह शिक्षा मिली, तो हिन्दू युवतियां लव जिहाद का शिकार नहीं बनेगी ।

Kangana Ranaut : भारत को हिन्दू राष्‍ट्र बनाने की आवश्यकता क्यों, यह प्रश्न पूछने वालों को उत्तर मिल गया होगा ! – कंगना राणावत, सांसद 

भाजपा की सांसद कंगना राणावत ने ‘एक्‍स’ पर अपने पोस्‍ट में बांग्लादेश के राजनीतिक परिस्‍थिति पर विचार व्यक्त किया है ।

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव का छठा दिन (२९ जून) : उद्बोधन सत्र – हिन्दू राष्ट्र की निर्मिति हेतु विभिन्न संगठनों तथा युवकों द्वारा किया गया संघर्ष 

धर्मांतरण रोकने का आदर्श धर्मवीर संभाजी महाराज ने हिन्दुओं के समक्ष रखा ! – सद्गुरु बाल महाराज, इचलकरंजी, कोल्हापुर

हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के कार्य में महिलाओं का योगदान बडा होनेवाला है !

महिलाओं के बिना हिन्दू राष्ट्र की स्थापना असंभव है ! भारत में प्राचीन काल से ही प्रत्येक कार्य में स्त्रियों का योगदान बहुत बडा रहा है । सभ्यता, संस्कृति तथा हिन्दुत्व की दृष्टि से स्त्रियों का बडा महत्त्व है ।

वैश्‍विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव तृतीय दिन (२६ जून) : भारतीय शिक्षा प्रणाली !

‘कर्ता भगवान है !’, श्रीकृष्ण का यह वचन ध्यान में रखकर धर्मकार्य करें ! – रस आचार्य डॉ. धर्मयश, संस्थापक, धर्म स्थापनम् फाउंडेशन, इंडोनेशिया

वैश्‍विक हिन्दू राष्‍ट्र महोत्‍सव का चतुर्थ दिन (२७ जून) : हिन्दू राष्‍ट्र हेतु वैचारिक आंदोलन

‘हिन्दू राष्‍ट्र के कथानकों के विरुद्ध संघर्ष करने हेतु बौद्धिक योगदान दें !’