J&K Assembly Ruckus On Article 370 : जम्मू-कश्मीर विधानसभा में धारा ३७० का फलक फहराने पर झडप
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होने के पश्चात भी वहां मुसलमानों द्वारा चुने गए विधायक देशद्रोही मानसिकता से कार्य कर रहे हैं, यह इस घटना से पता चला है ।
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होने के पश्चात भी वहां मुसलमानों द्वारा चुने गए विधायक देशद्रोही मानसिकता से कार्य कर रहे हैं, यह इस घटना से पता चला है ।
यह ध्यान रखिए कि चाहे कितना भी प्रयास कर लिया जाए , धारा ३७० पुनः लागू नहीं होगा । भारतीयों को यह भी स्मरण रखना चाहिए कि जो लोग धारा ३७० लाने का प्रयास कर रहे हैं उनकी मानसिकता क्या है तथा उन्हें सत्ता में भेजने वाली कश्मीर की मुसलमान जनता की मानसिकता क्या है !
जब तक आतंकवाद का ‘‘ उद्योग कर्ता‘‘ पाकिस्तान को नष्ट नहीं किया जाएगा, तब तक ऐसे नए-नए आतंकी संगठन बनते ही रहेंगे, यह सरकार को समझ लेना चाहिए और अब पाकिस्तान का अस्तित्व ही समाप्त करने के लिए शीघ्राति शीघ्र कठोर निर्णायक कदम उठाना होने चाहिए !
जम्मू-कश्मीर में नई सरकार बनने के बाद यह आक्रमण हुआ है, जिससे यह संकेत मिलता है कि आतंकवादी यह दिखाना चाहते हैं कि वे कश्मीर में किसी भी लोकतांत्रिक प्रणाली को चलने नहीं देंगे।
आतंकवादियों ने ८ अक्टूबर को दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के शांगस और कोकरनाग के जंगलों में गश्त के दौरान प्रादेशिक सेना के २ सैनिकों का अपहरण कर लिया।
अब भारत को भी इजराइल की भाती कड़ी कार्रवाही करके पाकिस्तान को उसका असली स्थान दिखाना चाहिए, ऐसा ही भारतीयों को लगता है !
क्या भारत सरकार इस वास्तव को समझेगी कि पाकिस्तान के समाप्त होने के उपरांत यह समस्या कभी उत्पन्न नहीं होगी ?
जम्मू-कश्मीर के स्थिति इतनी खराब थी कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार के गृह मंत्री भी कश्मीर के लाल चौक पर जाने से डरते थे – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी
पुलिस ने भारतीय वायुसेना की एक महिला फ्लाईंग अधिकारी की शिकायत पर वायुसेना के श्रीनगर स्थानक (स्टेशन) में कार्यरत विंग कमांडर के विरुद्ध प्राथमिकी पंजीबद्ध कर लिया है ।
नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी के नेता उमर अब्दुल्ला का राष्ट्रीय स्तर पर हानि पहुंचाने वाला बयान !