UP Moharram Procession : (और इनकी सुनिये ) ‘उत्तर प्रदेश सरकार मुहर्रम जुलूस पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश कर रही है!’ – जियाउर रहमान बर्क

समाजवादी पार्टी के संभल सांसद जियाउर रहमान बर्क का आरोप

समाजवादी पार्टी के संभल सांसद जियाउर रहमान बर्क

संभल (उत्तर प्रदेश) – उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुहर्रम जुलूस को शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित करने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। जुलूस के लिए बिजली के तारों के साथ-साथ पेड़ों को काटना भी प्रतिबंधित है। ताजिया (इमाम हुसैन के मकबरे की प्रतिकृति। यह कई आकृतियों और आकारों में बनाया जाता है) की ऊंचाई भी तय की गई है। अब इस मामले पर समाजवादी पार्टी के संभल सांसद जियाउर रहमान बर्क ने आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि सरकार मुहर्रम जुलूस पर रोक लगाने का प्रयास कर रही है।

ताजिया की ऊंचाई कम करने का आदेश अनुचित !

सांसद जियाउर रहमान बर्क ने 14 जुलाई की रात अपने आवास पर प्रेस वार्ता में कहा कि यह सही नहीं है कि सरकार ने ताजिया की ऊंचाई कम करने का आदेश दिया है। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को सरकार के आदेश की प्रति जनप्रतिनिधियों को देनी चाहिए थी। पुलिस और जिला प्रशासन ने मुहर्रम कमेटी के साथ ही मुस्लिम समुदाय के जिम्मेदार लोगों के साथ समन्वय बैठक कर बीच का रास्ता निकालने का मार्ग निश्चित नहीं की।

सांसद बर्क ने आरोप लगाया कि कुछ पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा बलपूर्वक मुस्लिम समुदाय के हस्ताक्षर लिए गए। इसमें लिखा है कि वह अपनी इक्ष से ताजिया की ऊंचाई कम कर रहे हैं। ये पूर्ण रूप से अनुचित है।

  • ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य की फटकार !

( और इनकी सुनिये ) ‘अगर मोहर्रम के जुलूस प्रतिबंधित हैं, तो कावड़ यात्रा, रामलीला और गुरु नानक जयंती पर भी प्रतिबंध लगा दिया जाएगा !’ – बोर्ड के सदस्य मोहम्मद कमाल फारूकी 

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड भी ताजिया को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना कर रहा है। बोर्ड के सदस्य मोहम्मद कमाल फारूकी ने कहा, ‘सरकार मुहर्रम के जुलूस पर प्रतिबंध लगा रही है। मुहर्रम पर प्रतिबंध लगा तो कावड़ यात्रा भी रोक दी जाएगी। ‘रामलीला और गुरु नानक जयंती पर भी प्रतिबंध लगाया जाएगा’, ऐसे शब्द में उन्होंने सरकार को धमकी दी।

संपादकीय भूमिका

  • ऐसी धमकी देने वाले को अब तक जेल में होना चाहिए था! उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार को इस पर गंभीरता से विचार कर कार्यवाही करनी चाहिए !
  • यदि किसी ने ‘मुहर्रम रोकने’ की धमकी दी होती तो देश में बवाल मच जाता और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना हो जाती कि ‘भारत मुसलमानों के लिए असुरक्षित है’; लेकिन हिन्दू के धार्मिक त्योहारों पर बयानबाजी के पश्चात भी सब कुछ शांत है। संबंधितों के विरुद्ध कार्यवाही करने के लिए हिन्दूओं को वैध रूप से कार्य करने की आवश्यकता है !