पुणे के सनातन के १२५ वें संत पू. अरविंद सहस्त्रबुद्धे (आयु ७७ वर्ष) का देहत्याग !
देहत्याग के पश्चात पू. काका का मुखमंडल अत्यंत तेजस्वी दिखाई दे रहा था। वातावरण में भी अधिक चैतन्य और शांति का अनुभव हो रहा था।
देहत्याग के पश्चात पू. काका का मुखमंडल अत्यंत तेजस्वी दिखाई दे रहा था। वातावरण में भी अधिक चैतन्य और शांति का अनुभव हो रहा था।
प्रशासन या पुलिस को कैसे नहीं पता चला कि मदरसे का अवैध निर्माण चल रहा है ? संज्ञान में होने के बाद भी समय रहते कार्यवाही क्यों नहीं की गयी ? स्थानीय लोगों को इसकी शिकायत क्यों करनी पड़ी ?
उच्च न्यायालय के सामने एक पुलिस चौकी कार्यरत है, और वहीं अवैध फेरीवालों का जमावड़ा देखा गया। इस पर भी खंडपीठ ने रोष व्यक्त किया।
देश में टीपू सुलतान की जयंती कौन तथा किसलिए मना रहे हैैं , ऐसे लोगों की मानसिकता हिन्दुओं का धर्मपरिवर्तन करनेवाले टीपू सुलतान समान ही होगी, इसमें संदेह नहीं !
कब तक हिंदूबहुल महाराष्ट्र के हिंदू ऐसे आक्रमण सहते रहेंगे ? सुरक्षित जीवन जीने के लिए हिन्दू राष्ट्र की स्थापना अपरिहार्य है !
शहर जिलाधिकारी कार्यालय के सामने डॉ. बाबा साहब अंबेडकर के प्रतिमा के सामने की संविधान की प्रतिकृति का शीशा ९ दिसंबर की शाम करीब ५.३० बजे एक मानसिक रोगी ने तोड़ दिया। इससे गुस्साई भीड़ ने पुलिस के सामने ही मनोरोगी की बेरहमी से पिटाई कर दी ।
आंदोलनकारियों ने हाथ में ‘भारत सरकार बांग्लादेशी हिन्दुओं को संरक्षण दे’, यह मांग करनेवाले फलक पकडे थे । कुछ स्थानों पर ‘बांग्लादेश’ लिखे गए पत्रक फूंके गए, तो कुछ धर्मप्रेमियों ने विरोध के रूप में काले रंग के कपडे पहने थे ।
ऐसी धमकियां बार-बार मिलना इस बात का संकेत है कि कानून व्यवस्था का डर नष्ट हो गया है !
दुर्गाडी किले को अतिक्रमणमुक्त करने हेतु लडाई लडनेवाले प्रत्येक धर्मप्रेमी का अभिनंदन ! अब महाराष्ट्र सरकार राज्य के किलों पर मुसलमानों के द्वारा किए गए इस प्रकार के अतिक्रमणों को हटाने हेतु व्यापक अभियान हाथ में लेकर किलों को अतिक्रमणों से मुक्त करे, यह किलेप्रेमियों की अपेक्षा है !
ऐसी मांग क्यों करनी पडती है ? नई मुंबई प्रशासन बांग्लादेशी घुसपैठियों को क्याें नहीं निकाल देता ?