७२ वर्ष पूर्व अवयस्क लडकी का यौन शोषण करने के प्रकरण में बर्लिन (जर्मनी) में कार्डिनल का पुतला हटाया !

इस घटना से अब, ऐसे कितने पादरी जीवित अथवा मृत हैं, जिन पर ऐसे आरोप किए गए हैं, उसकी जांच होनी चाहिए, ऐसा ही ध्यान में आता है !

ब्रिटेन ने १२ खालिस्तानी आतंकियों को बंदी बनाया तथा ४० लोगों का विजा रद्द !

यह भारत की विदेश नीति की ही विजय है । भारत को इसी प्रकार आक्रामक नीति अपना कर खालिस्तानियों को आश्रय देनेवाले देशों पर दबाव डालने से भारत के लिए खालिस्तानियों को भय दिखाना संभव होगा !

‘डिसीज एक्स’ नामक कोरोना से ७ गुनी अधिक घातक महामारी आएगी !

कहा जाता है कि कोरोना महामारी निर्माण करने के पीछे चीन के साथ इस संगठन की भी मिली भगत थी ।

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में भारत द्वारा प्रस्तुत की गई पाकिस्तानी हिन्दू शरणार्थियों की व्यथा

अत्याचारों से पीडित उन्हें अपनी जन्मभूमि, संबंधी तथा मित्र परिवार सब का त्याग कर भारत आने के लिए विवश होना पडा । लोग केवल भय के कारण अपनी मातृभूमि का त्याग कर रहे हैं ।

लेस्टर (ब्रिटेन) में श्री गणेश चतुर्थी के दिन अहमद नामक पुलिस द्वारा हिन्दू पुजारी से अयोग्य वर्तन !

लेस्टर में ही धर्मांध मुसलमानों ने कुछ माहपूर्व हिन्दुओं पर आक्रमण किया था और पुलिस मूकदर्शक बनी थी ! इन पुलिसवालों में सभी ‘अहमद’ भरे हैं, ऐसा ही अब इस घटना के उपरांत लगने लगा है ! 

(और इनकी सुनिए…) ‘आतंकवाद और अपहरण के संकट के कारण जम्मू-कश्मीर, मणिपुर और असम न जाएं  !’ – कैनडा

कैनडा ने अपने नागरिकों के लिए प्रसारित की मार्गदर्शिका !

कनाडा द्वारा भारत पर हत्‍या का आरोप लगाकर उच्‍चाधिकारी को देश छोडने का आदेश !

कनाडा के पिछले कुछ दशकों से खालिस्‍तानी आतंकवादियों के सिख समर्थक, पंजाब में खालिस्‍तानियों की सभी प्रकार से सहायता कर रहे हैं । पंजाब में कारर्र्वाई करके खालिस्‍तानी आतंकवादी कनाडा भाग जाते हैं, यह कोई नई बात नहीं है ।

ब्रिटिश नगर बर्मिंघम के दिवालियापन के पीछे पाकिस्तानी एवं बांग्लादेशी नागरिक !

संपूर्ण पाकिस्तान अब वित्तीय दिवालियापन की कगार पर है । पाकिस्तानियों की योग्यता क्या है?, यह अब पूरे विश्व के ध्यान में आ गया होगा !

(और इनकी सुनिए…) ‘घोषणापत्र’ में गर्व करने जैसा कुछ भी नहीं ! – यूक्रेन

‘जी-२०’ परिषद के घोषणा पत्र में यूक्रेन युद्ध में रूस का उल्लेख टाले जाने से यूक्रेन की टिप्पणी

फ्रांस में ‘अबाया’ पहन कर आई मुसलमान छात्राओं को वापस भेजा !

लगभग ३०० से अधिक मुसलमान छात्राएं अबाया पहन कर विद्यालय आई थीं । उनमें से ६७ छात्राओं ने अबाया निकालने से मना कर दिया । उन्हें घर भेज दिया गया ।