स्थानांतरित भारतीय !

आज विदेश में भौतिक सुख भले ही मिलता है, किंतु मन की शांति नहीं, यह स्पष्ट दिखाई दे देती है । नैतिकता का भी ह्रास हुआ है । ये दोनों बातें हिन्दू धर्म में हैं । भौतिक सुविधाएं निर्मित करने में भारत को अनेक वर्ष लग सकते हैैं; किंतु साधना के माध्यम से भारत विश्वगुरु हो सकता है ।

देवताओं के चित्र फाड दिए, देश-विरोधी घोषणाएं करने को बाध्य किया !

कश्मीर के मुसलमान छात्रों की यह हिन्दुद्वेषी एवं भारत-विरोधी मानसिकता को देखते हुए, कश्मीर का जिहादी आतंकवाद आने वाले अनेक वर्षों तक समाप्त नहीं होगा, यही स्पष्ट होता है !

सनातन को समाप्त करने के लिए प्रयत्नरत ‘घमंडिया’ गठबंधन को रोकें !

आज घमंडिया गठबंधन के लोग खुलकर बात करने लगे हैं ।  कल ये लोग अधिक आक्रामक होकर हम पर प्रहार करने वाले हैं ।’ देश के कोने-कोने में रहने वाले प्रत्येक सनातनी एवं इस देश से प्रेम करने वालों को सतर्क रहने की आवश्यकता है ।

जातिवाद के भंवर में न फंसकर हिन्दू के रूप में एकत्रित होकर धर्मरक्षा करना समय की मांग ! – टी. राजा सिंह, विधायक, तेलंगाना

आज हम गुज्जर, वाल्मिकी, राजपूत आदि जातियों के रूप में स्वयं का परिचय देते हैं; परंतु जब नूंह एवं मेवात में दंगा हुआ, उस समय आप किस जाति से हैं, यह धर्मांधों ने नहीं देखा ।

अमेरिका की संसद में श्री श्री रविशंकर तथा आचार्य लोकेश मुनि की शांति के क्षेत्र में कार्य करने के लिए प्रशंसा की गई !

अमेरिका के सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि श्री श्री रविशंकर पिछले ४० वर्षाें से ध्यान तथा योग के बलपर विश्व के लोगों को आंतरिक शांति हेतु मार्गदर्शन कर रहे हैं । जिससे विश्व में हिंसा की घटनाओं में कमी आ सकती है । विश्व में एक भी मुस्लिम धर्मगुरु एसा कार्य करता है क्या ?

 पुणे में ‘श्री गणेशमूर्ति विसर्जन की भीड में नृत्य करने के लिए लडके-लडकियों की आवश्यकता’, इस आशय का विज्ञापन प्रसारित  !

विसर्जन शोभायात्रा में धन देकर चित्रपट गीतों पर घिनौना नृत्य करनेवाले नहीं, अपितु भजन एवं नामजप की गूंज में भक्तिभाव से श्री गणेशमूर्ति का विसर्जन करनेवाले श्रद्धालुओं की आवश्यकता है ।

लाखों हिन्दू जिसकी राह देख रहे हैं वह ‘साहेबस् (भाग २) – द आफ्टरमैथ’ नामक ‘प्राच्यम्’ का वीडिओ २८ सितंबर को प्रसारित होगा !

वीडिओ के माध्यम से स्वतंत्रता के उतरोत्तर काल में हिन्दुओं के विरोध में साम्यवादी तथा कथित धर्मनिरपेक्षतावादियों द्वारा रचे षडयंत्र का भांडाफोड किया जाएगा !

‘वेद एजुकेशन’ संस्था द्वारा सनातन शास्त्रों पर आधारित ऑनलाईन पुस्तकालय निर्माण करने का प्रयास !

गुजरात की ‘वेद एजुकेशन’ नाम की संस्था ‘सनातन शास्त्रों’ का विश्व में सबसे बडा ऑनलाईन पुस्तकालय निर्माण करने का प्रयास कर रही है ।

Ganesh Chaturth : गणेश जी को गुडहल का लाल पुष्प अर्पित करें !

लाल रंग के गुडहल के पुष्प के रंगकणों एवं गंधकणों के कारण ब्रह्मांड से गणेशतत्त्व उसकी ओर आकर्षित होते हैं ।

Ganeshotsav : श्री गणेशजी को दूर्वा अर्थात दूब घास क्यों चढाई जाती है ?

गणपति को अर्पित की जानेवाली दूर्वा कोमल होनी चाहिए । दूर्वा की पत्तियां ३, ५, ७ अथवा २१ की विषम संख्या में हों ।