सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी के ओजस्वी विचार

‘मानव का जन्म क्यों हुआ ? जन्म के पूर्व वह कहां था ? मृत्यु के उपरांत वह कहां जाएगा ? इत्यादि विषयों की थोडी-बहुत भी जानकारी न रखनेवाले पश्चिमी तथा साम्यवादी क्या कभी मानवजाति की समस्याएं दूर कर पाएंगे ? इन सभी प्रश्नों के उत्तर ही नहीं अपितु उनमें अशुभ से कैसे बचें, इसकी जानकारी रखनेवाला एकमात्र हिन्दू धर्म ही मानवजाति का तारणहार है !’

Sanatan Rashtra Shankhnad Mahotsav : गोवा में ‘सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव’ का भव्य आयोजन !

समस्त मानवजाति के परम कल्याण तथा रामराज्य की स्थापना हेतु कार्यरत सनातन संस्था के संस्थापक सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी की ८३ वीं जयंती एवं सनातन संस्था के रजत जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में गोवा में ‘सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव’ भव्य रूप से मनाया जाएगा ।

Sanatan Rashtra Shankhnad Mahotsav : गोवा के मुख्यमंत्री, साथ ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को ‘सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव’ के लिए निमंत्रण !

सनातन संस्था के संस्थापक डॉ. सच्चिदानंद परब्रह्म  जयंत आठवले  , जिन्होंने विश्व कल्याण हेतु रामराज्य के साथ ‘सनातन राष्ट्र’ का लक्ष्य निर्धारित किया है, उनकी ८३ वीं जयंती इस वर्ष गोवा में भव्य स्वरूप में मनाई जाएगी।

UP CM Yogi Adityanath : श्री राम मंदिर के लिए यदि हमें सत्ता भी गंवानी पडे तो भी कोई कष्ट नहीं है !

ऐसा तो कोई संत या शासक ही कह सकता है जो सन्यासी हो, किसी अन्य में ऐसी धमक कहां ! यदि ऐसे संत-राजा सर्वत्र सिंहासनारूढ हो जाएं तो इस देश में रामराज्य निश्चित आ जाएगा !

Peter Hurkos Predictions : भारत में मूल सनातन धर्म का डंका बजेगा और अध्यात्म के माध्यम से वह विश्वगुरु बनेगा !

गत शताब्दी में हॉलैंड में रहनेवाले प्रख्यात भविष्यवक्ता पीटर हर्कोस ने अनेक भविष्यवाणियां की थीं, जिनमें से कई सत्य भी हुई हैं । उन्होंने भारत के संदर्भ में भी भविष्यवाणियां कीं । ये भविष्यवाणियां सच भी हुई हैं ।

Baba Vanga Predictions : भारत एक वैश्विक महाशक्ति बनकर विश्व का मार्गदर्शन करेगा !

बुल्गारिया की महिला ज्योतिषी बाबा वेंगा द्वारा की गई भविष्यवाणियां !

संपादकीय : खालिस्तान, बलूचिस्तान एवं पाकिस्तान !

पाकिस्तान को विश्व के मानचित्र से मिटाने में केवल भारत का ही नहीं; अपितु पूरे विश्व का हित है, यह बात जब विश्व के समझ में आएगी, वह शुभ दिन होगा !

रोगी के प्राणों क लिए संकटकारी डॉक्टरों की लापरवाही !

रोगी के प्राण बचे अथवा चले गए, तब भी रोगी के परिजनों को लाखों रुपए का बिल भरना पडता है। अनेक कष्ट सहन कर बहुत अल्प रोगी ग्राहक मंच, न्यायालय अथवा पुलिस थाने जाते हैं; परंतु वहां का उनका अनुभव भी पहले अनुभव से अलग नहीं होता।

छावा – कल, आज और कल का… !

‘छत्रपति संभाजी महाराज का जीवन पराक्रम, त्याग एवं बलिदान देखकर संपूर्ण महाराष्ट्र ही नहीं, अपितु संपूर्ण देश के लोगों की मानो सांसें रुक गईं; परंतु यह चलचित्र देखने के उपरांत हमें अपनेआप से प्रश्न करना चाहिए, ‘अब आगे क्या ?’