रामराज्य के ध्येय को साकार करने हेतु प्रत्येक हिन्दू उपासना का बल बढाए ! – हिन्दू जनजागृति समिति
वाराणसी में रामनवमी के अवसर पर ‘हिन्दू एकता शोभायात्रा’ उत्साहपूर्ण वातावरण में संपन्न !
वाराणसी में रामनवमी के अवसर पर ‘हिन्दू एकता शोभायात्रा’ उत्साहपूर्ण वातावरण में संपन्न !
हिन्दुओं, आपकी शोभायात्राओं के लिए अपना दृढ रक्षाकवच कब निर्माण करोगे ? निष्क्रिय पुलिस प्रशासन के कारण धर्मांधों का दल हिन्दुओं पर आक्रमण करने का दुस्साहस करता है !
मुर्शिदाबाद की शोभायात्रा में देसी बम द्वारा विस्फोट !
इस बार हुई रामनवमी अत्यंत विशेष थी । ५०० वर्षों के प्रदीर्घ संघर्ष के उपरांत अयोध्या में श्रीरामलला विराजमान होने के उपरांत की यह पहली ही रामनवमी है । २५ पीढियों के उपरांत यह दैवीय दिवस देखने वाली आज की पहली ही पीढी है ।
रावणरूपी कांग्रेस को प्रभु श्रीराम में कोई रुचि नहीं है, यह बात सभी को ज्ञात है; इसीलिए कांग्रेस सरकार ने रामनवमी की शोभायात्रा को अनुमति नहीं दी । जिन हिन्दुओं ने कांग्रेस को सत्ता में लाया है, क्या उन्हें यह बात स्वीकार है ?
कल रामनवमी के अवसर पर श्रीराममंदिर में श्रीरामलला को रत्न जडित वस्त्र पहनाए जाएंगे । उनके मस्तक पर माणिक चूर्ण युक्त चंदन का लेप लगाया जाएगा । इसके अतिरिक्त रामलला आपादमस्तक रत्नालंकार धारण करेंगे ।
झारखंड पुलिस ने शोभायात्रा के पहले इस दृष्टि से जांच की, इसलिए उनका अभिनंदन करना चाहिए ।
श्रीराम नवमी के दिन रामतत्त्व सामान्य की तुलना में १ सहस्र गुना सक्रिय रहता है । इस बढे हुए तत्त्व का लाभ लेने हेतु श्रीराम नवमी के दिन ‘श्रीराम जय राम जय जय राम ’ नामजप तथा प्रार्थना एवं श्रीराम की अन्य उपासना अधिकाधिक करें ।
देवताओं एवं अवतारों की जन्मतिथि पर उनका तत्त्व भूतल पर अधिक सक्रिय रहता है । श्रीरामनवमी के दिन रामतत्त्व सामान्य की तुलना में १ सहस्र गुना सक्रिय रहता है ।
प्रतिवर्ष ५० सहस्र लोगों की उपस्थिति में संपन्न होनेवाली शोभायात्रा २०० लोगों में ही निपटाने का आदेश ! इस प्रकार कानून का धाक दिखाने पर प्रश्न उठता है कि, हावडा भारत में है या पाकिस्तान में ?