‘कुंभपर्व अंधविश्वास है’, ऐसा बोलने के पीछे नास्तिकतावादियों का षड्यंत्र ! – सुनील घनवट, हिन्दू जनजागृति समिति
ऐसे प्रकरण में संतों पर विरोध करने की स्थिति न आए; इसलिए प्रशासन कार्यवाही करे !
ऐसे प्रकरण में संतों पर विरोध करने की स्थिति न आए; इसलिए प्रशासन कार्यवाही करे !
मंदिर संस्कृति की रक्षा हेतु कर्नाटक राज्य की दूसरी मंदिर परिषद बेंगलुरू में आरंभ
हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हेतु हिन्दुओं को क्रियाशील बनानेवाली ‘हिन्दू जनजागृति समिति’ के वृद्धिंगत दैवी कार्य का आलेख विशद करनेवाला यह लेख !
हाल ही में शिरडी में ‘महाराष्ट्र मंदिर न्यास परिषद’ में सैकड़ों मंदिर ट्रस्टियों द्वारा एक निर्णय लिया गया की जहां मंदिर है वहा सामूहिक आरती की जायेगी , जिसमें मांग की गई कि मंदिरों और मंदिर की भूमि पर अतिक्रमण तुरंत हटाया जाए।
धार्मिक जन प्रतिनिधियों का यह सम्मान समारोह १९ दिसंबर को सीताबर्डी स्थित विदर्भ साहित्य संघ के सभागृह में आयोजित किया गया था। विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के व्यस्त कामकाज से समय निकालकर ३ मंत्री, १ राज्य मंत्री समेत ५ विधायक इस समारोह में सम्मिलित हुए।
पिछले लेख में हमने ‘कोरोना महामारी के काल में आरंभ किए गए अभिनव ‘ऑनलाइन’ उपक्रम तथा हरिद्वार के कुंभ पर्व में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना का कार्य’ के विषय में पढा । इस लेख में हम उस लेख की अगली कडी दे रहे हैं ।
हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हेतु हिन्दुओं को संगठित करनेवाली हिन्दू जनजागृति समिति का कोरोना महामारी की आपदा के उपरांत बढते दैवीय कार्याें का लेख यहां दिया है ।
गोवा में चल रहे ‘वैश्विक हिंदू राष्ट्र महोत्सव’ में भारत माता मंदिर में पूजा पर रोक के निर्णय का विरोध !
हिन्दुओं को मिटाने हेतु यदि विरोधी एकत्रित होते हों, तो हिन्दुओं को भी संगठित होना चाहिए ! – सुनील घनवट, महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ राज्य समन्वयक, हिन्दू जनजागृति समिति
समाज में ये नाम हिन्दुओं के देवताओं के नाम समझे जाते हैं । इसलिए उत्पाद शुल्क विभाग असोसिएशन द्वारा दिए पत्रों का पक्ष न लेकर शासन के आदेश पर कार्यवाही कर हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं का आदर किया जाए ।