पुणे के सनातन के १२५ वें संत पू. अरविंद सहस्त्रबुद्धे (आयु ७७ वर्ष) का देहत्याग !
देहत्याग के पश्चात पू. काका का मुखमंडल अत्यंत तेजस्वी दिखाई दे रहा था। वातावरण में भी अधिक चैतन्य और शांति का अनुभव हो रहा था।
देहत्याग के पश्चात पू. काका का मुखमंडल अत्यंत तेजस्वी दिखाई दे रहा था। वातावरण में भी अधिक चैतन्य और शांति का अनुभव हो रहा था।
प्रशासन या पुलिस को कैसे नहीं पता चला कि मदरसे का अवैध निर्माण चल रहा है ? संज्ञान में होने के बाद भी समय रहते कार्यवाही क्यों नहीं की गयी ? स्थानीय लोगों को इसकी शिकायत क्यों करनी पड़ी ?
इससे पता चलता है कि जिहादी आतंकवाद केवल गोलीबारी और बम विस्फोटक तक सीमित न रहकर ऐसी गतिविधियों के माध्यम से भारत को आर्थिक दृष्टि से दुर्बल बनाने का भी प्रयत्न कर रहे हैं ।
अल्लू अर्जुन ने कहा, ‘मैं पहले भी कई बार सिनेमा घर जा चुका हूं ; लेकिन ऐसी घटनाएं कभी नहीं हुईं । मेरे विरुद्ध अपराध प्रविष्ट करना न्यायिक प्रक्रिया का दुरुपयोग है । इस मामले से मेरी प्रतिष्ठा और सम्मान को ठेस पहुंचने की संभावना है।”
दोबारा ऐसा करने का कोई साहस न कर सके, ऐसा भय शिक्षा खाते ने ही निर्माण करना आवश्यक है । क्या प्रत्येक समय अभिभावक एवं हिन्दू संगठनों को आंदोलन करते रहना होगा ?
संभल में अतिक्रमण एवं बिजली चोरी के विरुद्ध कार्यवाही के चालू रहते यहां ४६ वर्षों से बंद शिवमंदिर मिला । यह मंदिर वर्ष १९७८ के हिन्दू-मुसलमान दंगों के समय बंद किया गया था ।
उच्च न्यायालय के सामने एक पुलिस चौकी कार्यरत है, और वहीं अवैध फेरीवालों का जमावड़ा देखा गया। इस पर भी खंडपीठ ने रोष व्यक्त किया।
हिन्दुओं के देश में हिन्दुओं के देवताओं की मूर्तियों की तोडफोड की जाती है, यह हिन्दुओं के लिए ही लज्जाजनक !
रणनीति में चतुर कट्टरपंथी मुसलमान ! यदि कानून में गो-तस्करों के लिए फांसी की सज़ा का प्रावधान हो तो कुछ ही दिनों में ये अपराध पूरी तरह रुक जायेंगे !
देश में मुस्लिम आक्रांताओं द्वारा मंदिरों को नष्ट करने और मस्जिद बनाने की हजारों घटनाएं हैं। इन सभी स्थानों को हिन्दुओं को वापस दिलाने के लिए एक अलग टीम की स्थापना करनी होगी !