Niranjan Takle On Prayagraj Mahakumbh : (और इनकी सुनिए…) ‘कुंभमेला अकबर ने आरंभ किया एवं उसने प्रथम संगम में स्नान किया इसलिए उसे ‘शाहीस्नान’ कहते हैं !’
अकबर ने कुंभमेला आरंभ किया एवं उसने उसमें स्नान करनेपर उसे ‘शाहीस्नान’ कहना, अर्थात वैचारिक दिवालियापन ही है ! हिन्दुओं को पीडा देने हेतु, उनका जानबूझकर अनादर होने हेतु इस प्रकार के वक्तव्य किए जाते हैं । इस कारण प्रशासन को ऐसे लोगों पर कठोर कार्रवाई करना अपेक्षित है !