चिकलथाना (जिला छत्रपति संभाजीनगर) में जब हनुमान मंदिर में आरती चल रही थी, तब ६० कट्टर पंथी  धर्मांध मुसलमानों ने किया दंगा व तोडफोड की !

  • धर्मांध कट्टरपंथि मुसलमानों ने २ हिन्दू युवकों के साथ मार-पीट कर आरती रोकने की दी धमकी !

  • हिन्दू-मुस्लिम गुटों ने किया पथराव, पुलिस का हल्का लाठीमार !

प्रतिकात्मक छायाचित्र

छत्रपति संभाजीनगर – १२ मार्च को संध्या ७.३० बजे जिले के चिकलथाना की श्रमिक बस्ती के श्री हनुमान मंदिर में ५० से ६० की संख्या में दंगेबाज धर्मांध कट्टरपंथियों घुसे एवं उन्हों ने हिंदुओं को धमकी देते हुए कहा कि ‘१ मास तक आरती बंद रखें ।’ विवाद-विवाद होने के कारण  धर्मांधों ने २ हिन्दू युवकों की पिटाई भी की कर दी और एक हिन्दू महिला को धक्का दे दिया। (कट्टर पंथी लोग छोटे-मोटे कारणों से हिंदुओं परआक्रमण करने के अवसर ही शोधते रहते हैं! – संपादक) यह समाचार सुनते ही हिन्दू-मुस्लिम गुट के युवक आमने-सामने आ गए। हिंदुओं ने ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए जबकि कट्टरपंथियों ने ‘अल्लाह हो अकबर’ (‘अल्लाह महान है’) के नारे लगाए। इसके उपरांत दोनों गुटों के युवकों ने एक-दूसरे पर पथराव कर दिया। पुलिस ने लाठीमार कर भीड को तितर-बितर किया।

१. चिकलथाना में जब श्रीहनुमान मंदिर में आरती चल रही होती है तो समीप की मस्जिद के ध्वनिक्षेपक  से अजान दी जाती है । इसके कारण डेढ वर्ष से हिन्दू और मुस्लिमों में ध्वनिक्षेपकों के कारण मनमुटाव है।

२. डेढ वर्ष पूर्व इसी मुद्दे पर हिन्दू और मुसलमानों के मध्य विवाद हुआ था। उस समय ज्यष्ठों ने मेल मिलाप की भूमिका निभाई और मध्यस्थता के माध्यम से विवाद को मिटाया ; किन्तु १२ मार्च की रात्रि ये विवाद फिर भडक गया।

३. जब श्रीहनुमान मंदिर में आरती चल रही थी, तभी ५० से ६० धर्मांध कट्टरपंथियों की भीड ने मंदिर में प्रवेश किया और हिंदुओं को आरती रोकने के लिए बाध्य किया। उन्होंने धमकी देते हुए हिंदुओं से कहा, “आपको हमारी प्रार्थना के समय आरती नहीं करनी चाहिए।” (हिन्दुओं को मस्जिद से ५  बार अजान क्यों सुनाई जाती है? क्या कट्टरपंथी इसका उत्तर देंगे ? – संपादक)

४. इस पर वाद-विवाद प्रारंभ होने के उपरांत कट्टरपंथियों ने राजू रोटे और कृष्णा नागे की पिटाई कर दी, जिसमें वे घायल हो गये। उन्हें सिडको एम.आई.डी.सी. पुलिस थाने में ले जाकर आरोप प्रविष्ट कराए गए ।

५. कट्टरपंथियों ने एक महिला को मुक्का भी मारा। इससे परिसर में तनाव का वातावरण बन गया। हिन्दू और मुस्लिम समूहों के युवा सडकों पर उतर आये। वे परस्पर विरोधी घोषणाएं दे रहे थे। बढते तनाव के कारण व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद कर दीं।

६. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी दंगा नियंत्रण दल और राज्य आरक्षी दल के साथ घटना स्थल पर पहुंच गए ।

७. दंगे की भीड गली में थी । पुलिस ने उन्हें खदेड दिया। इस परिसर में दंगा नियंत्रण दल तैनात कर दिया गया है।

८. उन्होंने कहा, ”पुलिस ने स्थिति पर नियंत्रण कर लिया है और चिकलथाना में शांति है। हम इस घटना में सम्मिलित लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करेंगे। पुलिस उपायुक्त नवनीत कांवट ने आवाहन किया है कि सामाजिक माध्यम पर उपलब्ध किसी भी जानकारी पर विश्वास न करें । (हिन्दू चाहते हैं कि पुलिस पहले दंगार्इ धर्मांधों  कट्टरपंथियों को बंदी बनाए । – संपादक)

संपादकीय भूमिका

  • ध्यान दें !  अब तक जहां कट्टरपंथियों ने दंगे किए हैं , वहां सरकारी यंत्रणाएं  मात्र दृष्टा बनी रहतीं है , इसलिए अब सभी हिंदुओं को एकजुट होकर सरकार को, ऐसे कट्टरपंथियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने के लिए बाध्य करना नितांत आवश्यक है ! 
  • ध्यान दें ! कि कांग्रेस, साम्यवादी दल , समाजवादी पार्टी, बी.एस.पी., पुरो(अधो)गामी, निधर्मवादी या इस्लामिक संगठन धर्मांध कट्टरपंथियों की ऐसी करतूतों पर अपना मुंह नहीं खोलते! 
  • कानून से न डरने वाले धर्मांध कट्टरपंथियों की चालबाज मानसिकता जानिए! यदि कोई यह विचार करता है कि, अपने को अल्पसंख्यक कहने वालों और बहुसंख्यकों की प्राण धोखे मे डालनेवाले लोगों के इस घमंड को समूल नष्ट करने के लिए हिन्दू राष्ट्र ही अनिवार्य है तो इसमें उसकी क्या त्रूटि है? ध्यान दें कि समाचार वाहिनियां इस प्रकार की घटनाओऺ को प्रसारित नहीं करतीं !