शासनकर्ताओं द्वारा साधना न सिखाकर सर्वधर्म समभाव सिखाने का दुष्परिणाम !
जनता को साधना सिखाकर उसे सात्त्विक बनाना, शासनकर्ताओं का कर्तव्य है । इसका पालन करने के स्थान पर नेताओं ने जनता को सर्वधर्म समभाव सिखाया । इस कारण सामान्य व्यक्ति अपना धर्म भूल गया और धर्म द्वारा सिखाए नैतिक मूल्य भी भूल गया ।