राष्ट्रोद्धार के लिए लाखों युवाओं को तैयार करने वाले व्रतस्थ पू. संभाजीराव भिडेगुरुजी ! 

पू. भिडेगुरुजी के संपर्क में आने से पहले अनेक युवाओं को देव, देश, धर्म के प्रति जागरूकता नहीं थी । मंडल के नाम पर कार्यकर्ताओं को मौजमस्ति करना इतना ही पता होता था; पर पू. गुरुजी के सहवास से यह सब बदल जाता है ।

हिन्दुत्व, संस्कृति एवं स्वभाषा की रक्षा हेतु सदैव सफलतापूर्वक वीर योद्धा की भूमिका सफलतापूर्वक निभानेवाले गोवा के प्रा. सुभाष वेलिंगकर !

फ्रांसिसत जेवियर को गोवा में पोर्तुगीज साम्राज्य को सशक्त बनाने तथा किसी भी प्रकार से गोवा के हिन्दुओं के धर्मांतरण को गति दिलाने के लिए भेजा गया था तथा वह पोर्तुगीजों का कटिबद्ध बिचौलिया हस्तक था ।

अधिवक्ताओं का संगठन कर उन्हें समाज एवं राष्ट्र कार्य में सम्मिलित करनेवाले मुंबई के अधिवक्ता प्रकाश साळसिंगीकर !

कानून की पदवी प्राप्त कर केवल स्वयं ही नहीं, अपितु युवा अधिवक्ताओं को भी निरपेक्षता से समाज एवं राष्ट्र कार्य से जोडकर लिया है । अधिवक्ता प्रकाश साळसिंगीकर का कार्य केवल महाराष्ट्र में ही नहीं, अपितु राष्ट्रीय स्तर पर भी अनोखा है ।

हिन्दू धर्म, मंदिरों की रक्षा के साथ ‘लव जिहाद’के विरोध में तथा जातिभेद मिटाने के लिए कार्य करनेवाले कर्नाटक के प्रखर वक्ता श्री. चक्रवर्ती सुलीबेले !

श्री. चक्रवर्ती सुलीबेले के मार्गदर्शन में युवा ब्रिगेड ने देशभर में समाज और धर्म जागृति का कार्य किया है । उन्होंने युवकों में राष्ट्रभक्ति एवं सेवाभाव निर्माण किया है । संपूर्ण राज्य में सैकडों मंदिरों का जीर्णोद्धार हुआ ।

भारत के गौरवशाली हिन्दू इतिहास को पुनर्जीवन देनेवाले डॉ. विक्रम संपत !

कर्नाटक के बेंगलुरू में स्थित डॉ. विक्रम संपत एक लोकप्रिय इतिहासकार तथा लेखक हैं । वर्ष २०२१ में प्रसिद्ध ‘रॉयल हिस्टॉरिकल सोसाइटी’का ‘फेलो’के रूप में उनका चयन हुआ ।

कर्नाटक विधान परिषद की पूर्व सदस्या डॉ. एस्.आर्. लीला : हिन्दू संस्कृति की रक्षा का कार्य करनेवाली आधुनिक रणरागिनी !

डॉ. लीला का जन्म १७ जनवरी १९५० को कर्नाटक के कोलार जिले के मालूर तहसील में स्थित संपंगेरे गांव में हुआ । उन्होंने संस्कृत में एम्.ए. एम्.फील एवं पीएच. डी की उपाधियां प्राप्त की ।

‘गोमाता ही सबकुछ करती है’, इस भाव से गोवा राज्य की सबसे बडी गोशाला चलानेवाले श्री. कमलाकांत तारी !

श्री. कमलाकांत तारी ‘गोमंतक गौसेवक महासंघ, गोवा’ द्वारा संचालित मये, डिचोली के सिकेरी में गोशाला चलाते हैं । वर्ष २०१५ में केवल २ गायों से आरंभ की गई गोशाला में वर्तमान में ५ सहस्र ५०० गोवंश है । गोवा राज्य की यह सबसे बडी गोशाला है ।

पुणे के गोरक्षक श्री. शिवशंकर स्वामीजी ने गोरक्षा के कार्य हेतु अपना जीवन समर्पित किया !

आज पुलिस तथा स्थानीय हिन्दू बंधुओं को इस कार्य में आगे आने की आवश्यकता है । गाय बेचते समय उन्हें कसाइयों को न बेचकर गौशाला में भेजो’, ऐसा आह्वान गोरक्षक श्री. शिवशंकर स्वामी लगातार कर रहे हैं ।

उग्रवाद तथा आतंकवाद विरोधी अभियानों में सक्रिय रूप से सहभागी होकर ‘युद्ध सेवा पदक (वाय्.एस्.एम्.)’ प्राप्त करने वाले ब्रिगेडियर हेमंत महाजन (निवृत्त) !

नागरिकों से आह्वान छत्रपति शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप, बाजीराव पेशवा यह सभी योद्धा महान थे ही; पर जब तक सर्वसामान्य मनुष्य देश के लिए कुछ नहीं करता, तब तक देश महान नहीं होगा ।

अपने ओजस्वी भाषण से युवकों में राष्ट्र एवं धर्म के कार्य की ज्वलंत प्रेरणा जागृत करनेवाले राष्ट्रनिष्ठ अभिनेता शरद पोंक्षे !

श्री. शरद पोंक्षे को वर्ष २०१९ में कैंसर हुआ । कैंसर कहते ही मनुष्य जीने की आशा छोड देता है; परंतु कैंसर का निदान होने के १०-११ महिनों तक श्री. शरद पोंक्षे ने इस कठिन बीमारी से सफलतापूर्ण लडाई लडी ।