Burhanpur Tension : नागपुर के पश्चात अब बुरहानपुर जलानेवाले थे धर्मांध मुसलमान !
इस्लाम के विरुद्ध कथित आपत्तिजनक टिप्पणी की, ऐसा बताते हुए पुलिस थाने को घेर लिया !
इस्लाम के विरुद्ध कथित आपत्तिजनक टिप्पणी की, ऐसा बताते हुए पुलिस थाने को घेर लिया !
मध्य प्रदेश में धर्मांतरण निषेध कानून होने के उपरांत भी वहां ईसाई हिन्दुओं का धर्मांतरण करने में संलिप्त हैं, जिसका स्पष्ट अर्थ है कि मुसलमानों की भांति कट्टर ईसाई भी कानून का पालन नहीं करते । न केवल कानून बनाना आवश्यक है, परंतु कठोर दंड का प्रावधान करके उसे लागू करना भी आवश्यक है !
यह सर्वविदित है कि गृहयुद्ध किसी के भी कारण हो सकता है। वक्फ अधिनियम में वांछित परिवर्तन करने से देश में अशांति प्रसारित हो रही है और अनेक ‘शाहीन बाग’ बनने की धमकियां दी जा रही हैं।
चैम्पियंस ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल मैच में भारत की जीत के बाद निकाले गये जुलूस पर महू (मध्य प्रदेश) में कट्टरपंथी मुसलमानों द्वारा हमला किया गया।
प्रत्येक राज्य को ऐसा कानून बनाने के बजाय केंद्र सरकार को यह कानून पूरे देश के लिए लागू करना चाहिए। इसके लिए अब हिंदुओं को भी दबाव बनाने की आवश्यकता है !
आजकल एक ऐसा समूह सक्रिय है जो धर्म का उपहास उडाता है। ये वे लोग हैं जो हिंदुओं की आस्था से द्वेष रखते हैं। वे हमारी आस्था, संस्कृति और मंदिरों पर प्रहार करते हैं
यदि आज हिन्दू धर्म जीवित है, तो इसके पीछे छत्रपति शिवाजी महाराज का योगदान है। छत्रपति शिवाजी महाराज ने संपूर्ण मालवा प्रांत में मुगलों को प्रवेश नहीं करने दिया। इसलिए आज हम हिन्दू हैं ।
यह स्पष्ट है कि पुलिस पर इतने बड़े पैमाने पर हमले होने का मतलब यह है की अब पुलिस का डर नहीं रहा । क्या यह पुलिस प्रशासन के लिए शर्मनाक नहीं है ?
इंदौर के दशहरा मैदान में तरुण जत्रा (फूड फेस्टिवल) का आयोजन हुआ था । इस मेले में सनातन संस्था द्वारा आध्यात्मिक एवं राष्ट्ररक्षा के विषयों पर ग्रंथों की प्रदर्शनी लगाई गई । इस ग्रंथ-प्रदर्शनी को जिज्ञासुओं का अच्छा प्रतिसाद मिला ।
हिन्दुओं को लगता है कि मुख्यमंत्री को एक जिले के नाम बदलने के बजाय पूरे राज्य के इस्लामी नाम बदलने का आदेश देना चाहिए !