ओजस्वी विचार

हिन्दुओं के लिए यह लज्जाजनक !
‘साक्षात ईश्वर चुनाव में खड़े हो जाएं, तब भी अधिकांश हिन्दू उन्हें मत नहीं देंगे; क्योंकि वे झूठे आश्वासन नहीं देते।
जनता को स्वार्थपूर्ति करना नहीं; त्याग करना सिखाएं !
‘नेता जनता को ‘यह देंगे, वह देंगे’ ऐसे आश्वासन देकर स्वार्थी बनाते हैं ; जबकि साधक जनता को सर्वस्व का त्याग करना सिखाते हैं !’