‘शिवाजी विद्यापीठ’ की नामविस्तार की मांग को लेकर १७ मार्च को कोल्हापुर के जिलाधिकारी कार्यालय पर निकाला जाएगा हिन्दुओं का भव्य मोर्चा !

भाग्यनगर के प्रखर हिन्दुत्वनिष्ठ विधायक टी. राजासिंह की होगी प्रमुख उपस्थिति

पत्रकार वार्ता में उपस्थित बाईं ओर से श्री. संजय हसबे, श्री. अभिजित पाटिल, श्री. उदय भोसले, श्री. राजू यादव, श्री. अरुण गवळी, श्री. प्रमोद पाटिल, श्री. सुनील घनवट, श्री. शिवानंद स्वामी, श्री. आनंदराव काशीद, श्री. गजानन तोडकर, श्री. राजू तोरस्कर एवं श्री. रामभाऊ मेथे

कोल्हापुर १४ मार्च (संवाददाता) : कोल्हापुर के ‘शिवाजी विद्यापीठ’ इस नाम में छत्रपति शिवाजी महाराज का अधुरा उल्लेख होने से इस विद्यापीठ का नाम और अधिक सम्मानितरूप में ‘छत्रपति शिवाजी महाराज विद्यापीठ’ किया जाए, इस मांग को लेकर हिन्दू जनजागृति समिति एवं हिन्दू राष्ट्र समन्वय समिति के संयुक्त आयोजन में १७ मार्च को कोल्हापुर के जिलाधिकारी कार्यालय पर भव्य मोर्चा निकाला जाएगा । कोल्हापुर जिले के विभिन्न जनप्रतिनिधि, विधायक, सांसद, मंत्रियोंसहित विभिन्न हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन, गढ-किला प्रेमी, संगठन, संप्रदाय, युवक समूह तथा शिवप्रेमी संगठनों ने इस मोर्चा को समर्थन दिया है । कोल्हापुर जिले की २०० से अधिक ग्रामपंचायतों ने इस आशय के प्रस्ताव पारित किए हैं । १७ मार्च को दोपहर ३ बजे दशहरा चौक से इस मोर्चा का आरंभ होगा । इसके उपरांत लक्ष्मीपुरी, विनस कॉर्नर तथा ‘बी न्यूज’के कार्यालय के सामने से जाते हुए जिलाधिकारी कार्यालय के पास मोर्चा का समापन होगा । वहां मान्यवरों का संबोधन होगा । इस मोर्चा में समाज के विभिन्न घटक बडी संख्या में उपस्थित रहें, यह आवाहन ‘हिन्दू राष्ट्र समन्वय समिति’ के राष्ट्रीय संगठक श्री. सुनील घनवट ने १४ मार्च को आयोजित पत्रकार वार्ता में किया ।

इस पत्रकार वार्ता में महाराष्ट्र मंदिर महासंघ के सहसंयोजक श्री. अभिजित पाटिल, ‘छत्रपति ग्रुप’के संस्थापक श्री. प्रमोद पाटिल, ‘हिन्दू एकता आंदोलन’के शहराध्यक्ष श्री. गजानन तोडकर, वीर शिवा काशीद के वंशज श्री. आनंदराव काशीद, हिन्दू महासभा के जिलाध्यक्ष श्री. राजू तोरस्कर, उद्धव बाळासाहेब ठाकरे गुट के करवीर तहसीलप्रमुख श्री. राजू यादव, ‘स्वामी समर्थ प्रतिष्ठान’ के श्री. अरुण गवळी, ‘श्री स्वामी समर्थ महालक्ष्मी मंदिर’के श्री. संजय हसबे, शिवसेना के उपजिलाप्रमुख श्री. उदय भोसले, सनातन संस्था के डॉ. मानसिंग शिंदे तथा हिन्दू जनजागृति समिति के श्री. शिवानंद स्वामी उपस्थित थे ।

‘महाराष्ट्र चेंबर ऑफ कॉमर्स’का समर्थन !

‘महाराष्ट्र चेंबर ऑफ कॉमर्स’ने इस मोर्चा को समर्थन दिया है तथा इस संदर्भ में ‘महाराष्ट्र चेंबर ऑफ कॉमर्स’चे अध्यक्ष श्री. ललीत गांधी ने सूचित किया है, ‘‘विद्यापीठ का नाम ‘छत्रपति शिवाजी महाराज विद्यापीठ’ ही किया जाना चाहिए, यह हम सभी की आग्रहपूर्ण भूमिका है । उसके लिए सभी व्यापारी २ घंटे अपनी दुकानें बंद कर इस मोर्चा में सम्मिलित हों, यह आवाहन हम इस उपलक्ष्य में कर रहे हैं ।’’

‘श्री’ संप्रदाय ने इस मोर्चा को समर्थन दिया है । श्री. विजयकुमार पाटील ने सूचित किया है, ‘‘कोल्हापुरसहित सातारा, सांगली तथा बेलगांव से ‘श्री’ संप्रदाय के भक्तगण सहस्रों की संख्या में मोर्चा में भाग लेंगे । हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन ‘श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान’ ने भी मोर्चा को समर्थन दिया है तथा इस संगठन के कोल्हापुर जिला कार्यवाह कार्यवाह श्री. सुरेश यादव ने ‘‘इस मोर्चा में धारकरी बडी संख्या में उपस्थित रहेंगे’’

श्री. अभिजित पाटिल ने कहा, ‘‘इस मोर्चा में तेलंगाना के प्रखर हिन्दुत्वनिष्ठ विधायक टी. राजासिंह, साथ ही श्री शिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान के संस्थापक पू. संभाजीराव भिडेगुरुजी, सनातन संस्था की धर्मप्रचारक सद्गुरु स्वाती खाडयेजीसहित विभिन्न मान्यवर उपस्थित रहेंगे ।’’

श्री. आनंदराव काशीद ने कहा, ‘‘विभिन्न गढ-किलाप्रेमी, विभिन्न संगठन, साहसिक खेलों से संबंधित मंडल, कार्यकर्ता, इतिहास के शोधकर्ता तथा अध्येताओं का इस मोर्चा के लिए बडा प्रत्युत्तर प्राप्त हुआ है । इस मोर्चा में पूरे राज्य से छत्रपति शिवाजी महाराज की सेना में सम्मिलित सैनिकों के वंशज भी उपस्थित रहेंगे । ’’

हिन्दू एकता आंदोलन के शहराध्यक्ष श्री. गजानन तोडकर ने कहा, ‘‘छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज सांसद छत्रपति उदयन महाराज भोसले तथा राज्य में मंत्री श्रीमंत शिवेंद्रराजे भोसले ने भी इस मोर्चा को अपना समर्थन दिया है ।’’
इस अवसर पर ‘छत्रपति ग्रुप’ के श्री. प्रमोद पाटिल ने कहा, ‘‘यह मोर्चा भव्य हो; इसके लिए व्यापक स्तर पर प्रचार हो रहा है तथा समाज के प्रत्येक घटक का समर्थन मिल रहा है । चेंबर ऑफ कॉमर्स, विभिन्न संस्थाएं तथा युवक समूहोंसहित छात्रों ने भी इस मोर्चा में भाग लेने की बात कही है ।’’

विशेष

१. इस मोर्चा में छत्रपति शिवाजी महाराज की सेना में सम्मिलित सरदार-सैनिकों के वंशज उपस्थित रहेंगे ।

२. इस मोर्चा में अनेक दल भाग लेंगे, जिनमें ढोल-ताशा दल, साहसिक खेलों का दल, शिवकालीन युद्धदल, वारकरी-टालकरी दल, विभिन्न संप्रदायों के भक्त, सैनिकों की वेशभूषासहित पारंपरिक वेशभूषावाले दल तथा महिलाओं का रणरागिनी दल भी इस मोर्चा में भाग लेंगे ।