अंकिता सिंह की हत्या करनेवाले तथा अल्पवयीन लडकी पर बलात्कार करनेवाले जिहादियों को कठोर दंड दिया जाए ! – हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों की मांग आंदोलन एवं ज्ञापन में की गई मांगें

दुमका में शाहरूख नामक धर्मांध ने १२ वीं की छात्रा अंकिता सिंह पर पेट्रोल डालकर उसे जीवित जला दिया ।

बदायूं (उत्तर प्रदेश) की जामा मस्जिद पहले का नीलकंठ महादेव मंदिर !-दीवानी न्यायालय में साक्ष्य (सबूत) के साथ याचिका प्रविष्ट

यहां की जामा मस्जिद पूर्व का नीलकंठ महादेव मंदिर होने के संदर्भ में यहां के दीवानी न्यायालय में याचिका प्रविष्ट की गई है । कुल ५ पक्षकारों ने मिलकर यह याचिका प्रविष्ट की है ।

हिन्दूद्वेषी मुन्नवर फारूकी के कार्यक्रम को देहली पुलिस द्वारा अनुमति अस्वीकृत !

हिन्दू संगठित होने पर धर्महानि रोकी जा सकती है, इसका यह उदाहरण है !

 ‘उन्होंने (हिन्दुत्वनिष्ठों ने ) गांधीजी को मार डाला, क्या वे मुझे छोंडेंगे ?’

कांग्रेसियों द्वारा भारत विभाजन का निर्णय लेने के फलस्वरूप दस लाख हिन्दुओं की हत्या हुई एवं लाखों हिन्दू महिलाओं का बलात्कार हुआ, इसके लिए कांग्रेसी ही उत्तरदायी हैं !

जागृत हिन्दू अन्य हिन्दुओं को भी हिन्दू राष्ट्र के विषय में जागृत करें ! – सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी, राष्ट्रीय मार्गदर्शक, हिन्दू जनजागृति समिति

साधना एवं धर्मपालन करनेवाले, साथ ही राष्ट्र एवं धर्म के लिए क्रियाशील हिन्दुओं की आज आवश्यकता है । धर्म एवं अधर्म की लडाई में हम धर्म को जानकर आगे बढें, तो हमारी विजय निश्चित है ।

 जालोर (राजस्थान) में भगवा ध्वज फाड कर ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ की घोषणा करनेवाले तीन धर्मांधों को बंदी बनाया गया ।

कांग्रेस के राज्य में धर्मांधों का बढता देशद्रोह ! कांग्रेस की सरकार अर्थात पाकिस्तानी शासन !

देहरादून (उत्तराखंड) के एक विद्यालय में ‘शुक्रवार’ को आधे दिन की छुट्टी देने का प्रयत्न अभिभावकों ने असफल किया !

ऐसे जागृत अभिभावक सर्वत्र चाहिए ! उत्तराखंड की भाजपा सरकार को ऐसे विद्यालय के व्यवस्थापन के विरोध में कार्रवाई करनी चाहिए !

रा.स्व. संघ के १३ स्वयंसेवकों की निर्दोष मुक्तता !

गत १४ वर्षों में निर्दोषों ने जो कुछ भी भोगा है, उसकी हानि भरपाई की जानी चाहिए । इस संबंध में केंद्र सरकार को अब कानून बनाना चाहिए !

१२ से १८ जून की अवधि में गोवा में होनेवाले दशम ‘अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ के उपलक्ष्य में …

इस्लामी अथवा ईसाई देशों की भांति हिन्दू राष्ट्र कोई संकीर्ण अवधारणा (संकल्पना) नहीं है, अपितु वह विश्वकल्याण का विचार करनेवाली, प्रत्येक नागरिक की लौकिक एवं पारलौकिक उन्नति का विचार करनेवाली एक सत्त्वप्रधान व्यवस्था है ।

‘हिन्दू राष्ट्र-जागृति अभियान’ में ७० सहस्र से भी अधिक हिन्दुओं का सहभाग ! – चेतन राजहंस, राष्ट्रीय प्रवक्ता, सनातन संस्था

हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए भारतभर में पुजारी, संत एवं मान्यवरों ने १ सहस्र ११९ मंदिरों में भगवान से प्रार्थना की गई, जबकि महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक एवं तेलंगाना राज्यों में २३ स्थानों पर ‘हिन्दू एकता शोभायात्रा’ आयोजित की गईं । इसका लाभ ३४ सहस्र ६४६ जिज्ञासुओं ने लिया ।