UP Madarsa Board Act : उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड कानून संविधान विरोधी !

इलाहाबाद उच्च न्यायालय का बडा निर्णय

गलत प्रश्नपत्रिका देने से विद्यार्थियों को साढे चार घंटे रुकना पडा !

४ दिन पूर्व हुई परीक्षा के प्रश्न पुन: नई प्रश्नपत्रिका में कैसे क्या आ जाते हैं ? शिक्षाक्षेत्र में ऐसी लापरवाही करने वालों को कठोर दंड ही देना चाहिए !

लडकियों के साथ बलात्कार करनेवाले अकबर की जानकारी पाठ्यक्रम से हटा देंगे !

अकबर को महान कहनेवालों के मुंह पर तमाचा ! जो पाठ्यक्रम केंद्र सरकार के नियंत्रण में हैं, उन पाठ्यक्रमों से मुघलों का उदात्तीकरण करनेवाले पाठ हटाकर उनकी आक्रमक और अत्याचारी मानसिकता की जानकारी छात्रों को करवानी चाहिए !

सरकारी धन से मदरसों में शिक्षा देना, यह संविधान का उल्लंघन !

बिहार में संयुक्त जनता दल (जे.डी.यु.) एवं भाजपा की सरकार होते हुए ऐसा नोटिस क्यों देना पड़े ?  सरकार मदरसों को सरकारी अनुदान देना बंद करे !

शिक्षा की चिंताजनक स्थिति !

भारतीय शिक्षा प्रणाली को पाश्चात्त्य शिक्षा प्रणाली के बंधन से मुक्त कर पुन: एक बार गुरुकुल शिक्षा प्रणाली की ओर मुडना होगा, जो एक स्थायी समाधान है ।

मुसलमानों तथा गैर-मुसलमानों के लिए छुट्टियों की अलग-अलग सूची ! – शिक्षा विभाग का स्‍पष्टीकरण

बिहार सरकार की, हिन्‍दू द्रोह के कारण आलोचना होने के कारण एक धर्मनिरपेक्ष देश में धर्म के अनुसार भिन्‍न-भिन्‍न छुट्टियाँ क्‍यों ? इस प्रकार की घटनाओं से बचने के लिए देश में शीघ्र अति शीघ्र एक समान नागरिक कानून बनाना आवश्‍यक है !

मुसलमान लडकियों के लिए स्वतंत्र विद्यालय और महाविद्यालय खोलें ! – मौलाना मदनी

मौलाना सैयद अरशद मदनी ने मुसलमान समाज की लडकियों के लिए स्वतंत्र विद्यालय और महाविद्यालय खोलने की मांग की । मदनी ने कहा कि कक्षा ८ से मुसलमान लडकियों के लिए स्वतंत्र विद्यालय खोले जाने चाहिएं ।

‘दारुल उलूम देवबंद’ के मदरसों में यौन शोषण को उचित बतानेवाले ‘बहिश्ती जेवर’ पुस्तक की शिक्षा देने पर प्रतिबंध !

मदरसों से और क्या सिखाया जाता है, इसे अलग से बताने की आवश्यकता नहीं है ! सरकार को अब देश के मदरसों पर ही प्रतिबंध लगा देना चाहिए, यही इससे स्पष्ट होता है । भारत में यदि इजराइल जैसी व्यवस्था होती, तो यह कब का हो चुका होता !

उत्तर प्रदेश के मदरसों में छात्रों को कृत्रिम बुद्धिमत्ता (आर्टिफिशियल इंटेलिजंस) की शिक्षा दी जाएगी !

मदरसों में राष्ट्रघाती शिक्षा देकर बालकों का बुद्धिभेद किया जाता है । अब तक हुई अनेक घटनाओं से यह स्पष्ट है । ऐसी वास्तविकता होते हुए भी उन्हें कुत्रिम बुद्धिमत्ता की शिक्षा देने से यदि उसका प्रयोग राष्ट्रविघाती गतिविधियों के लिए हुआ, तो इसमें आश्चर्य कैसा ?

भारतीय वैद्यकीय विद्यार्थी अब विदेश में कर सकते हैं रोगियों पर उपचार !

भारतीय विद्यार्थी विदेशी वैद्यकीय शिक्षा और युनायटेड स्टेट्स वैद्यकीय लाइसेन्स परीक्षा की अर्जी कर सकते हैं । उसी प्रकार विदेशी विद्यार्थियों को भी भारत में आकर एम.बी.बी.एस. का अध्ययन करने मिलेगा ।