Mahakumbh 2025 : हिन्दू जनजागृति समिति ने कुंभ क्षेत्र में संतों-महंतों से भेंट की
समिति के कार्य को अनन्य शुभकामनाएं
समिति के कार्य को अनन्य शुभकामनाएं
श्रीमहंत डॉ. महेश दास ने आगे कहा कि हिन्दू राष्ट्र के लिए सभी अखाडे कृतिशील हैं । हिन्दू राष्ट्र होना ही चाहिए । सनातन धर्म के लिए यह मांग करना आवश्यक है ।
इस पावन अवसर पर समिति द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी देते हुए, उन्हें कुंभ क्षेत्र स्थित समिति के कक्ष में आने के लिए निमंत्रण भी दिया ।
अखिल भारतीय अखाडा परिषद की ओर से वक्फ बोर्ड को निरस्त कर सनातन बोर्ड की स्थापना करने का निश्चय किया गया है । उस विषय में हम बैठकें कर जागृति कर रहे हैं । संवैधानिकरूप से भारत हिन्दू राष्ट्र नहीं है ।
वर्तमान समय में हिन्दुओं में जागृति लाना अति आवश्यक बन गया है । अखाडों के द्वारा भी जागृति का ही कार्य किया जा रहा है ।
कुछ दिन पहले करोड़ों हिन्दुओं की आस्था के महाकुंभ पर्व के दौरान संतों ने भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने की मांग की थी। अगले चरण में ४ फरवरी को संतों की पूज्य उपस्थिति में हिन्दू राष्ट्र के संविधान का प्रारूप प्रस्तुत किया गया।
हिन्दू जनजागृति समिति के समाज, राष्ट्र एवं धर्म के विषय में, इसके साथ ही हिन्दू राष्ट्र के विषय का कार्य जानने के पश्चात श्रीमद् जगद्गुरु विद्याभास्करजी स्वामीजी प्रभावित हो गए ।
सनातन संस्था ने महाकुंभ प्रयागराज में धर्मप्रसार हेतु एक अत्यंत महत्वपूर्ण ग्रंथप्रदर्शनी का आयोजन किया है। पूजा की विधि क्या है? कुंभ क्षेत्र में स्नान कैसे करें? इसका क्या महत्व है? घर में देवता का स्थान कहां होना चाहिए? यह एक ग्रंथ प्रदर्शनी है जो इस बारे में जानकारी प्रदान करती है।
श्री निंबार्क पीठाधीश्वर जगद्गुरु श्री श्रीजी महाराज ने यहां गर्जना करते हुए कहा ‘सनातन संस्कृति की रक्षा हेतु ‘सनातन बोर्ड’ की आवश्यकता है । आगामी काल में यह बोर्ड निश्चित ही स्थापन होगा । तथा जब तक इस बोर्ड की स्थापना नहीं होती, तब तक हम शांत नहीं बैठेंगे ।
‘सनातन धर्मशिक्षा, राष्ट्र और धर्म ‘ प्रदर्शनी के माध्यम से अध्यात्म का प्रसार करना एक महत्वपूर्ण एवं महान धार्मिक कार्य है ! – महामंडलेश्वर स्वामी प्रणवानंद सरस्वती महाराज