उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय, हरिद्वार द्वारा स्वामी गोविंददेव गिरी जी का विशेष सम्मान !
वैदिक क्षेत्र में उनके अमूल्य योगदान के लिए प. पू. स्वामी जी का सम्मान किया गया ।
वैदिक क्षेत्र में उनके अमूल्य योगदान के लिए प. पू. स्वामी जी का सम्मान किया गया ।
ऐसी कार्रवाई प्रत्येक स्थल पर होनी चाहिए, और संबंधित लोगों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई होनी चाहिए !
अगर कोई यह मांग करे कि ऐसे लोगों को शरिया कानून के मुताबिक हाथ-पैर काटने की सजा दी जाए तो आश्चर्यचकित न हों !
जब उत्तराखंड में भाजपा सरकार है तो अवैध मस्जिदों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई के लिए हिन्दुओं को विरोध क्यों करना पड रहा है? सरकार स्वयं कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है?
सरकार को ऐसे हिन्दू-द्वेषी विकृत धर्मांध मुसलमानों को मृत्युदंड दिलाने का प्रयास करना चाहिए !
क्रोधित होने पर हिन्दू कानून अपने हाथ में लेते हैं; लेकिन लव जिहाद की घटनाएं नहीं रुक रही हैं । क्योंकि हिन्दू लड़कियों को धार्मिक शिक्षा नहीं मिलती, उन्हें अपने धर्म पर गर्व नहीं होता तथा वे मुसलमानों के झूठे प्रेम में पड़ जाती हैं !
एक संत को ऐसी मांग करनी पडती है, अर्थात परिस्थिति गंभीर है । राज्य तथा केंद्र में भाजपा की सरकार होने से इस प्रकरण में गंभीरता से उचित निर्णय लेने की आवश्यकता है, अन्यथा हिंदुओं के धार्मिक स्थल पर बांग्लादेश समान परिस्थिति उत्पन्न होने की संभावना है !
हिन्दुओं का ऐसा कहना है कि सरकारी भूमि पर अवैध रूप से मस्जिद का निर्माणकार्य किया गया है ; परंतु जिला प्रशासन का कहना है कि मस्जिद पुरानी है एवं मुसलमान समाज के लोगों की भूमि पर बांधी गई है ।
देश में अवैध रूप से इमारतों का निर्माण होते समय प्रशासन सोया हुआ रहता है क्या ? अब कार्यवाही होने के पश्चात वहां पुन: अवैध निर्माण नहीं होगा, क्या इसका ध्यान प्रशासन रखेगा ?
केवल दंड नहीं, अपितु कारावास का दंड भी देना आवश्यक है !