छत्रपति शिवाजी महाराज सर्वधर्मसमभाव वाले नहीं थे, लेकिन वे हिन्दुओं के लिए एक स्वतंत्र शासन लाना चाहते थे !
आज राजनीति के लिए इतिहास को तोड-मरोड कर पेश किया जा रहा है। कुछ स्वार्थी शोधकर्ता छत्रपति शिवाजी महाराज के इतिहास को लेकर हंगामा मचा रहे हैं। श्री शिव प्रतिष्ठान हिंदुस्तान के संस्थापक पू.संभाजीराव भिड़े गुरुजी ने यहां छत्रपति शिवाजी महाराज की स्वतंत्र हिन्दू राज्य लाने की महत्वाकांक्षा को स्पष्ट रूप से कहा ।