Robbery In Church : सिमडेगा (झारखंड) के चर्च में मुसलमान डाकुओं द्वारा डाका डाला गया
क्या निरपेक्षतावादी एवं पुरो (अधो) गामी इस घटना का विरोध करेंगे ?
क्या निरपेक्षतावादी एवं पुरो (अधो) गामी इस घटना का विरोध करेंगे ?
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बाबूलाल मरांडी ने ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर एक घटना साझा करते हुए आरोप लगाया है कि झारखंड में आदिवासी लडकियों और महिलाओं के साथ मुस्लिम युवकों द्वारा बेझिझक छेडछाड और मारपीट की जाती है ।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी निरंतर संविधान की प्रति हाथ में लेकर दुहाई देते रहते हैं कि, वे इसकी रक्षा कर रहे हैं; किन्तु उनके दल के मुसलमान विधायक इसके उलट कह रहे हैं, क्या राहुल गांधी इस पर बोलेंगे ?
जिन मस्जिदों से हिन्दुओं की शोभायात्राओं पर पथराव होता है, उन पर स्थायी प्रतिबंध लगाने का निर्णय क्यों नहीं लिया गया ?
झारखंड में वहां के हिंदुओं द्वारा ‘झारखंड मुक्ति मोर्चा’ पार्टी को सत्ता में लाने का दुष्प्रभाव अब उन्हीं हिंदुओं को भुगतना पड़ रहा है, यह बात हिंदुओं को जब समझ में आएगी, वही शुभ दिन होगा।
झारखंड मुक्ति मोर्चा सरकार के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन स्वयं आदिवासी समाज से आते हैं। इसलिए अब यह देखना होगा कि वे आदिवासियों को न्याय दिलाते हैं या मुसलमानों का तुष्टीकरण करते हैं।
यह देखते हुए कि हिंदू धार्मिक जुलूसों पर हमेशा मस्जिदों के पास हमले होते हैं, अब इन जुलूसों से पहले मस्जिदों को बंद करना और क्षेत्र में कर्फ्यू लगाना आवश्यक हो गया है।
मातृभूमि (NGO) के द्वारा राष्ट्रवाद की परिचर्चा में हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से श्रीमती पूजा चौहान ने हलाल सर्टिफिकेशन का विषय प्रस्तुत किया । उन्होंने बताया कि हलाल प्रमाणित सामग्री धीरे-धीरे सर्वव्यापी होती जा रही है ।
अब हिन्दुओं को मार खाने की आदत पड गई होने से ऐसी घटनाएं बंद होने के स्थान पर जारी ही रहेगी, यह हिन्दुओं एवं उनके द्वारा चयनित सरकार के लिए लज्जाजनक !
ऐसा होने तक क्या सरकार, प्रशासन तथा पुलिस सोई थी ? वे अब इस पर क्या कार्यवाही करेंगे ? कहीं ऐसा तो नहीं कि झारखंड दूसरा पाकिस्तान होगा ? इसका उत्तर कौन देगा ?