HJS Sunil Ghanvat : मेरे विरुद्ध गंभीर धोखाधडी तथा अपकीर्ति करने का षड्यंत्र ! – सुनील घनवट

हिन्दुत्वनिष्ठ संगठन तथा राजनीतिक दलों के मध्य फूट डालने का यह प्रयास निंदनीय है । इसके पीछे कार्यरत हिन्दूद्वेषियों के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्यवाही होनी चाहिए !

‘धर्मनिरपेक्ष’ एवं ‘समाजवाद’ शब्द हटाएं !

हिन्दू संस्कृति पर आघात करनेवाले ‘धर्मनिरपेक्ष’ एवं ‘समाजवाद’, इन शब्दों को संविधान से हटाने में ही राष्ट्रहित समाया हुआ है !

(और इनकी सुनिए) “यदि हम केंद्र में सत्ता में आए, तो हम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर प्रतिबन्ध लगाएंगे !”

कांग्रेस ने पूर्व में दो बार संघ पर प्रतिबन्ध लगाया और उसे हटाया भी । ऐसा इतिहास होते हुए भी पुनः इस प्रकार की मूर्खता करने का विचार कांग्रेस के लिए आत्मघातकारी सिद्ध होगा ।

RSS Dr. Mohanji Bhagwat : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक प.पू. डॉ. मोहनजी भागवत ने सनातन के आश्रम में आने का आश्वासन दिया !

सरसंघचालक ने कांदळी (जिला पुणे) स्थित भक्तराज महाराज के समाधि स्थल के दर्शन किये !

संविधान से ‘समाजवादी’ और ‘धर्मनिरपेक्ष’ शब्द हटाएं । – Shivraj Singh Chouhan

आपातकाल के समय भारतीय संविधान में किए गए संशोधनों को समाप्त करने की आवश्यकता है। उस समय संविधान की प्रस्तावना में जोड़े गए ‘समाजवादी’ और ‘धर्मनिरपेक्ष’ शब्दों को अब हटाने पर विचार किया जाना चाहिए।

१८ वर्षीय सनातन वैज्ञानिक विवान करुळकर द्वारा लिखित एलॉन मस्क की जीवनगाथा !

देशभर के वरिष्ठ मंत्री, आई.ए.एस्., आई.आर.एस्., आई.पी.एस्. अधिकारियों ने समय-समय पर विवान के कार्य की सराहना की है ।

RSS Call Constitution : संविधान से ‘धर्मनिरपेक्ष’ और ‘समाजवादी’ शब्द हटाए जाएं

देश में आपातकाल लागू किए जाने की घटना को २५ जून २०२५ को ५० वर्ष पूरे हो गए । इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंचालक दत्तात्रेय होसबाळे ने संविधान की प्रस्तावना से ‘समाजवादी’ और ‘धर्मनिरपेक्ष’ शब्दों को हटाने की मांग की ।

जब तक हिन्दू समाज सशक्त नहीं होगा, दुनिया में कोई भी उनकी देखभाल नहीं करेगा !

कांग्रेस यह घोषित करे कि पूर्ण स्वतंत्रता या पूर्ण स्वशासन अपना लक्ष्य होना चाहिए और स्वतंत्र भारत को अन्य देशों को पूंजीवादी गुलामी से मुक्त कराने में मदद करनी चाहिए , ऐसा आवाहन सरसंघचालक ने इस समय किया ।

PP Mohanji Bhagwat : रावण का वध उसके कल्याण के लिए किया गया तथा वह अहिंसा थी ! – प.पू. सरसंघचालक डॉ. मोहनजी भागवत

रावण का विनाश हिंसा नहीं, अपितु अहिंसा है । अहिंसा हमारा धर्म है; किन्तु नृशंस धर्मांधों से न पिटना तथा गुंडों को सबक सिखाना भी हमारा धर्म है, ऐसा प.पू. सरसंघचालक डॉ. मोहनजी भागवत ने कहा ।

हिन्दुत्व, संस्कृति एवं स्वभाषा की रक्षा हेतु सदैव सफलतापूर्वक वीर योद्धा की भूमिका सफलतापूर्वक निभानेवाले गोवा के प्रा. सुभाष वेलिंगकर !

फ्रांसिसत जेवियर को गोवा में पोर्तुगीज साम्राज्य को सशक्त बनाने तथा किसी भी प्रकार से गोवा के हिन्दुओं के धर्मांतरण को गति दिलाने के लिए भेजा गया था तथा वह पोर्तुगीजों का कटिबद्ध बिचौलिया हस्तक था ।