‘उन्होंने (हिन्दुत्वनिष्ठों ने ) गांधीजी को मार डाला, क्या वे मुझे छोंडेंगे ?’

कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने किया जान से मारने की धमकी मिलने का दावा !

कांग्रेस के नेता सिद्धारमैया

बेंगलुरु (कर्नाटक) – कर्नाटक कांग्रेस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने दावा किया है, कि उनके प्राणांत करने की धमकी मिली है । एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि इन लोगों ने (हिन्दुत्वनिष्ठ) म.गांधी का अंत किया । क्या वे मुझे छोड़ देंगे क्या ? गांधी को गोडसे ने गोली मारी थी। फिर भी वे (हिन्दू) गोडसे की पूजा करते हैं ।

सिद्धारमैया ने आगे कहा कि मैं सावरकर के प्रसिद्धि फलकों का विरोध कर रहा था । सावरकर ने अंग्रेजों से क्षमा  मांगी । (कांग्रेस की गोबेल्स नीति ! – संपादक) वे उन्हें (हिन्दुत्वनिष्ठ) ‘वीर सावरकर’ कहते हैं । सावरकर से मेरा कोई व्यक्तिगत शत्रुत्व नहीं है किन्तु उनका आचरण योग्य नहीं था। बीजेपी ने शिवमोग्गा के मुसलमान बहुल क्षेत्र में सावरकर की छवियां प्रदर्शित करने का प्रयत्न किया किन्तु भाजपा के मुसलमानों ने भी चित्र नहीं लगाने दिए । वे (भाजपा) मुसलमान क्षेत्रों में जाकर ऐसा क्यों करते हैं ? टीपू सुल्तान के चित्र का विरोध क्यों करते हैं ? (टीपू सुल्तान ने लाखों हिन्दुओं का धर्म परिवर्तन कराया, उनकी हत्या की, और अनगिनत हिन्दू महिलाओं पर अत्याचार किया । इसलिए उसका विरोध किया जाता है ! यह देखा जा सकता है कि कांग्रेस उसके लिए ऎसे लड रही है, जैसे टीपू कांग्रेस का वंशज हो ! – संपादक)

हिन्दुत्व और भाजपा का विरोध

सिद्धारमैया के उपरोक्त वक्तव्यों के उपरांत हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों और भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा उनके विरोध में आंदोलन किया गया। कोडगु में उनके चार पहिया वाहन पर अंडे फेंके गए और उन्हें काले झंडे दिखाए गए ।

संपादकीय भूमिका

  • कांग्रेसियों द्वारा भारत विभाजन का निर्णय लेने के फलस्वरूप दस लाख हिन्दुओं की हत्या हुई एवं लाखों हिन्दू महिलाओं का बलात्कार हुआ, इसके लिए कांग्रेसी ही उत्तरदायी हैं !
  • ऐसा आरोप है कि गांधी की हत्या के उपरांत कांग्रेसियों ने पूरे देश में सैकडों ब्राह्मणों की हत्या की । वर्ष १९८४ में इंदिरा गांधी की हत्या के उपरांत देहली में कांग्रेसियों पर साढ़े तीन हजार सिखों की हत्या का आरोप लगाया गया । इस प्रकरण  में कांग्रेस के दो नेताओं को दंडित भी किया जा चुका है ? सिद्धारमैया इन घटनाओं की चर्चा क्यों नहीं कर रहे हैं ।