जांच तंत्रों ने जनता को मूर्ख बनाने का प्रयास किया है ! – लेखक डॉ. अमित थडानी

नास्तिकवादियों की हत्या एवं जैसे-तैसे पूरे किए अन्वेषण को उजागर करनेवाली ‘द रेशनलिस्ट मर्डर्स’ पुस्तक का विमोचन !

उत्तराखंड राज्य में १०० से अधिक अवैध मस्जिदों एवं मदरसों का निर्माण !

इतनी बडी मात्रा में अवैध निर्माणकार्य हो रहा था, तब क्या प्रशासन सो रहा था ? या फिर संबंधितों की ‘अर्थ’पूर्ण मिलीभगत है ? इसकी जांच कर सरकार को जो सत्य है, वही जनता के सामने प्रस्तुत करना होगा एवं संबंधित उत्तरदायी अधिकारियों को आजन्म कारागृह में कैद करें ।

हलाल अर्थव्यवस्था के विरोध में पूरे भारत में व्यापक जागरण अभियान करेंगे ! – श्री. गुप्तेश्वर पांडेय, भूतपूर्व पुलिस महानिदेशक, बिहार

इस समय हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा हिन्दू राष्ट्र-स्थापना हेतु किया गया कार्य तथा हलाल अर्थव्यवस्था के भीषण संकट के बारे में जानकारी दी गई ।

‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ हेतु धनस्वरूप में अर्पण देकर हिन्दू राष्ट्र के कार्य में सम्मिलित हों !

इस वर्ष १६ से २२ जून २०२३ की समयावधि में रामनाथी, गोवा में ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ (एकादश अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’) का आयोजन किया गया है । अधिवेशन में भारत, नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश, सिंगापुर, बैंकॉक, अमेरिका, फिजी, ऑस्ट्रेलिया, हौंगकौंग, इंग्लैंड, मलेशिया आदि देश-विदेशों के प्रतिनिधि सहभागी होनेवाले हैं ।

धर्माधारित हिन्दू राष्ट्र के लिए धर्मशिक्षा और संगठितत प्रयास आवश्यक ! – सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळे, राष्ट्रीय मार्गदर्शक, हिन्दू जनजागृति समिति

हमें स्वयं धर्मशिक्षा लेनी होगी और समाज को देनी होगी । यह एक प्रकार से धर्म की स्थापना का अर्थात पुरुषार्थ का कार्य है । ऐसा प्रतिपादन दिल्ली से उज्जैन यात्रा पर आए सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी ने किया । वे यहां के वेदनगर स्थित आनंद भवन में आयोजित हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे ।

‘द केरल स्टोरी’ चलचित्र (फिल्म) के विरोध के पीछे षडयंत्र ! – निर्माता विपुल शहा

हिन्दुओं को ऐसा लगता है कि इस चलचित्र का विरोध करनेवाले जिहादी आतंकवादियों के समर्थक हैं, इसलिए केंद्र सरकार इसका अन्वेषण कर, उनपर कार्यवाही करने का प्रयास करे !

नमाज की आड में यह तो शक्ति-प्रदर्शन ही है !

हिन्दू बहुसंख्यक देश में रास्ता रोककर नमाज पढना धार्मिक नहीं, अपितु शक्ति-प्रदर्शन ही है, ऐसे हिन्दुओं को लगता है !

भारत के वैचारिक विनाश का एक वस्तुनिष्ठ इतिहास !

अंग्रेजों की वृत्ति लेकर बनी नई भारतीय पीढियों ने ब्रिटिशों की किस प्रकार सहायता की ? तथा वे भारत के रक्तरंजित विभाजन का कारण कैसे बने, यह आज के इस लेख से समझ लेंगे ।

देह प्रारब्ध पर छोडकर चित्त को चैतन्य से जोडनेवाले श्री. सत्यनारायण रामअवतार तिवारी (आयु ७४ वर्ष) सनातन के १२४ वें संतपद पर विराजमान

पू. सत्यनारायण तिवारीजी गत २ वर्ष से बीमार हैं, इसलिए उन्हें सतत लेटे रहना पडता है । ऐसी स्थिति में भी उन्होंने आंतरिक साधना के बल पर सनातन संस्था के संस्थापक सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवलेजी की कृपा से संतपद प्राप्त किया ।

ज्योतिषशास्त्रानुसार रत्न धारण करने का महत्त्व

ज्योतिषशास्त्र में ग्रहदोषों के निवारण के लिए रत्नों का उपयोग किया जाता है । रत्न धारण करने के पीछे का उद्देश्य एवं उनका उपयोग इस लेख द्वारा समझ लेंगे ।