Kashi And Mathura Disputes : मथुरा तथा काशी प्रकरणों की शीघ्र गति न्यायालय में सुन‍वाई करें !

हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा आयोजित अधिवेशन में हिन्दू संगठनोंं की मांग

वाराणसी (उत्तर प्रदेश) में हिन्दू जनजागृति समिति आयोजित ‘हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ संपन्न !

हिन्दूहित के उपक्रमों को गति प्रदान करने के लिए ‘हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ वाराणसी में उत्साहपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ । अधिवेशन में ‘हिन्दू राष्ट्र समन्वय समिति’ के माध्यम से हिन्दू राष्ट्र का जन आंदोलन खडा करने का संकल्प किया गया ।

आक्रांताओं द्वारा ध्वस्त किए गए सभी मंदिरों का पुनर्निर्माण किया जाना चाहिए ! – अधिवक्ता विष्णु जैन, सर्वोच्च न्यायालय तथा प्रवक्ता, हिन्दू फ्रंट फॉर जस्टिस

हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से रांची (झारखंड) में हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन का आयोजन

केंद्र सरकार संवैधानिक मार्ग से भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करे ! – सद्गुरु नीलेश सिंगबाळ, धर्मप्रचारक, हिन्दू जनजागृति समिति

राजनैतिक दृष्टि से वर्तमान काल यद्यपि अनुकूल है; परंतु सुरक्षा की दृष्टि से काल प्रतिकूल है । हिन्दू राष्ट्र की मांग प्रतिदिन बढती जा रही है ।

मन में राम और रामराज्य की स्थापना का लक्ष्य लेकर हमें कार्य करना होगा ! – सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळे, राष्ट्रीय मार्गदर्शक, हिन्दू जनजागृति समिति

हिन्दुओं को आज स्वबोध नहीं, तो शत्रुबोध कैसे होगा ? हिन्दू संगठनों के माध्यम से हिन्दू समाज को यह बोध हो, इसलिए यह हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन है ।

धर्माधारित हिन्दू राष्ट्र के लिए धर्मशिक्षा और संगठितत प्रयास आवश्यक ! – सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळे, राष्ट्रीय मार्गदर्शक, हिन्दू जनजागृति समिति

हमें स्वयं धर्मशिक्षा लेनी होगी और समाज को देनी होगी । यह एक प्रकार से धर्म की स्थापना का अर्थात पुरुषार्थ का कार्य है । ऐसा प्रतिपादन दिल्ली से उज्जैन यात्रा पर आए सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी ने किया । वे यहां के वेदनगर स्थित आनंद भवन में आयोजित हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे ।

भारत में राज्य व्यवस्था हिन्दुओं के लिए अनुकूल होने हेतु भारत को वैधानिक रूप से ‘हिन्दू राष्ट्र’ घोषित करना आवश्यक है – श्री. रमेश शिंदे

‘‘भारत में राज्य व्यवस्था हिन्दुओं के लिए अनुकूल होने हेतु वैधानिक मार्ग से भारत को ‘हिन्दू राष्ट्र’ घोषित करना आवश्यक है । इसलिए हिन्दू संगठित होकर लोकतांत्रिक मार्ग से हिन्दू राष्ट्र आंदोलन को सशक्त बनाएं ।’’,

हिन्दू राष्ट्र का मार्ग प्रशस्त करने के लिए अपने क्षेत्र के हिन्दू शक्तियों को संगठित करें ! – सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळे, राष्ट्रीय मार्गदर्शक, हिन्दू जनजागृति समिति

‘‘हिन्दू राष्ट्र के लिए समविचारी हिन्दू शक्तियों को जोडकर हमें अपने क्षेत्र के मंदिर, गोमाता, हिन्दुओं को सुरक्षित करने का संकल्प करना होगा । हिन्दू राष्ट्र का मार्ग प्रशस्त करने के लिए समर्पित भाव से कार्य करें । काल प्रवाह हिन्दू राष्ट्र के अनुकूल है ।

ज्ञानव्यापी मुक्ति संघर्ष से पुनः प्रवाहित होगी देश की आध्यात्मिक ऊर्जा ! – अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन

काशी हमारी आध्यात्मिक नगरी है । काशी हमारी ऊर्जा का एक स्रोत है । इसलिए हमें विकास तो चाहिए, परंतु आध्यात्मिक विकास भी चाहिए । काशी विश्वनाथ मुक्ति का यह संघर्ष इस आध्यात्मिक ऊर्जा को प्रवाहित करने के लिए है ।

आंदोलन, संसद एवं सर्वाेच्च न्यायालय के माध्यम से हिन्दू राष्ट्र की स्थापना का हिन्दू धर्मप्रेमियों का निश्चय !

अनादि काल से भारत एवं नेपाल हिन्दू राष्ट्र थे; परंतु धर्मनिरपेक्ष व्यवस्था के दुष्टचक्र में फंसने के कारण यहां के हिन्दुओं का दमन हो रहा है । इस स्थिति में परिवर्तन लाने हेतु पुनः संवैधानिक पद्धति से हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करना अनिवार्य बन गया है ।