Hindu Oppose Bilaspur Church Inauguration : बिलासपुर (छत्तीसगढ) में पूजा घर के नाम पर एक चर्च का उद्घाटन हिन्दुओं के विरोध के कारण रद्द

झारखंड एवं छत्तीसगढ में बड़े पैमाने पर आदिवासी हिन्दुओं का धर्म परिवर्तन किया जा रहा है । केन्द्र सरकार को इसके विरुद्ध कार्यवाही करनी चाहिए !

Conspiracy Of Separate Christian Country : भारत, बांग्लादेश तथा म्यांमार को विभाजित कर अलग ईसाई देश बनाने का षड्यंत्र !

इस घटना से यह संदेह होने की संभावना है कि मिजोरम के ईसाई मुख्यमंत्री के उन अंतरराष्ट्रीय शक्तियों से संबंध हैं जो विश्व महाशक्ति बनने का प्रयास कर रहे भारत में विभाजन के बीज बो रहे हैं । क्या केंद्र सरकार उनके विरुद्ध कार्रवाई करेगी ?

Minority Hindus Morcha In Bangladesh : बांग्लादेश में ३० हजार से अधिक हिन्दुओं का भव्य मोचा !

यह कहना होगा कि बांग्लादेश के हिन्दू भारत के हिन्दुओं से अधिक जागृत हैं !

Missionaries Use Saffron Flag : छत्तीसगढ़ में वाहनों पर भगवा ध्वज लगाकर किया जा रहा है ईसाई धर्म का प्रचार !

बीते अनेक दशकों से ईसाई मिशनरी खुलकर हिन्दुओं का धर्मांतरण करवा रहे हैं, किन्तु आजतक हिन्दुओं द्वारा उसे रोक नहीं पाना लज्जाजनक !

Jhabua Hindu Conversion Case : हिन्दुओं का धर्मांतरण करने का प्रयास करनेवाले पादरी को (ईसाई धर्मोपदेशक को) ५ वर्षों के सश्रम कारावास का दंड !

अब हिन्दू भी स्वधर्म की शिक्षा लेकर धर्माभिमान वृद्धिंगत करें, जिससे कोई भी उनका धर्मांतरण करने का दुःसाहस न कर सके !

Manipur Unrest Escalates : मणिपुर में संघर्ष उग्र !

सरकार को कब एहसास होगा कि जब तक ईसाई कुकी आतंकवादियों को सबक नहीं सिखाया जाएगा तब तक मणिपुर में शांति नहीं होगी ?

नेपाल में २ सहस्र ईसाइयों ने किया हिन्दू धर्म में प्रवेश !

हाल ही में २ सहस्र ईसाइयों ने हिन्दू धर्म में घरवापसी (पुनर्प्रवेश) किया । विश्व हिन्दू परिषद ने इस धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया था । हिन्दू धार्मिक परंपरा के अनुसार घर वापसी की गई ।

Number Of Churches Doubled : झारखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ तथा ओडिशा राज्यों में चर्चों की संख्या दोगुनी हो गई है !

केंद्र सरकार को शीघ्र अति शीघ्र धर्मांतरण विरोधी कानून बनाना चाहिए तथा इन हिन्दुओं एवं आदिवासियों की रक्षा करनी चाहिए, अन्यथा इन राज्यों में हिन्दू नाम मात्र के लिये भी नहीं बचेंगे !

जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय का हिन्दूद्वेष !

‘वर्ष १९८८ में जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय को ‘अल्पसंख्यक शिक्षा संस्थान’ घोषित किया गया । इस विश्वविद्यालय से कुछ दिन पूर्व ही चौंकानेवाला एक समाचार सामने आया है ।

हिन्दू धर्मविरोधियों के द्वारा किए जानेवाले दुष्प्रचार के विरुद्ध आक्रामक नीति आवश्यक ! – डॉ. भास्कर राजू वी., न्यासी, धर्ममार्गम् सेवा ट्रस्ट, तेलंगाना

ईसाई तथा इस्लामी पाखंडी हैं, जबकि वामपंथी देशद्रोही हैं । इन लोगों की विचारधारा को अस्वीकार किया जाना चाहिए । हमने उनकी झूठी कथाओं को खारीज करनेवाला ‘नैरेटिव’ तैयार करना चाहिए ।