संपादकीय : ‘रिक्लेमिंग भारत’ अत्यावश्यक !
आम हिंदुओं के प्रयासों के साथ-साथ हिंदू धर्म के प्रति समर्पित संगठन एकत्र आकर इन आयोजनों तक ही सीमित न रहकर, हिंदुओं की सुरक्षा के लिए एक सार्वभौमिक ‘हिंदू इकोसिस्टम’ की दिशा में निर्णायक कदम उठाएंगे !
आम हिंदुओं के प्रयासों के साथ-साथ हिंदू धर्म के प्रति समर्पित संगठन एकत्र आकर इन आयोजनों तक ही सीमित न रहकर, हिंदुओं की सुरक्षा के लिए एक सार्वभौमिक ‘हिंदू इकोसिस्टम’ की दिशा में निर्णायक कदम उठाएंगे !
परमाणु हथियारों के लालच में विश्व के अनेक राष्ट्र विनाश की खाई में गिरते जा रहे हैं, इस वास्तविकता को जानें !
हिन्दू धर्मरक्षण के लिए हिन्दूवादी विचारकों के वैचारिक उद्बोधन को सर्वत्र हिन्दू कृति में लाएं, ऐसी अपेक्षा !
भारत के संदर्भ में झूठे कथानक फैलानेवालों के लिए वैचारिक विष (जहर) की आपूर्ति करने में ‘बीबीसी’ क्रमांक एक पर है । भारत अर्थात निर्धनों का, लाचार जनता का एवं ‘शैतानी धर्म’ (सनातन धर्म) का, इस प्रकार विकृत एवं निराधार तस्वीर उसने प्रस्तुत की है ।
भारत में राष्ट्र के प्रति अनुचित मानसिकता रखनेवाले लोगों को न्याय के कठघरे में लाने के लिए सख्त सजा के प्रावधान आवश्यक !
केवल अवैध हैं, इसीलिए नहीं; अपितु मस्जिदों तथा मदरसों से हिन्दुओं को जो उद्दंडता दिखाई जाती है, वह देश एवं धर्म के लिए घातक है !
गला काटने पर हिन्दुओं के मुर्दाे को भी धर्मनिरपेक्षता संजोने का तत्त्वज्ञान देने में भी आधुनिकतावादी पीछे नहीं हटेंगे; परंतु भविष्य में हिन्दुओं को अपना अस्तित्व बनाए रखना है, तो छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा बताया धर्माभिमानी बनने का मार्ग ही हिन्दुओं को अपनाना पडेगा ।
वक्फ कानून के कारण इच्छित भूमि पर अधिकार जताने का दावा सीधे-सीधे ‘लैंड जिहाद’ को प्रोत्साहित करनेवाला है । लोकतंत्रवाले भारत में ऐसा कानून बन ही कैसे सकता है ? यही प्रश्न है ।
इजरायल के समान भारत ने जिहादी आतंकवादियों के विरोध में कार्यवाही की होती, तो अब तक भारत आतंकवाद से मुक्त हो गया होता !
नैतिकता एवं प्रामाणिकता के कारण सफल बने ‘कैमलिन’ के सुभाष दांडेकर से नए उद्योगपति प्रेरणा लें !