संपादकीय : ‘ममता’ का द्वेष !
राष्ट्रद्वेषी ममता बनर्जी के कारण बंगाल का बांग्लादेश की दिशा में मार्गक्रमण रोकने हेतु केंद्र सरकार एवं भारतवासी सक्रिय हों !
राष्ट्रद्वेषी ममता बनर्जी के कारण बंगाल का बांग्लादेश की दिशा में मार्गक्रमण रोकने हेतु केंद्र सरकार एवं भारतवासी सक्रिय हों !
भारत का मित्र देश होने का नाटक कर भारतविरोधी गतिविधियां चलानेवाले अमेरिका को उसे समझ में आनेवाली भाषा में ही उत्तर देना आवश्यक !
हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों के साथ भाजपा विधायक नितेश राणे तथा महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने इस प्रकरण में कुछ ही दिन पूर्व आंदोलन किया तथा दरगाह के ‘अतिरिक्त’ निर्माणकार्य पर अपराध भी पंजीकृत हुआ ।
‘केवल साधना ही करनी है’, ऐसा नहीं; अपितु ‘आध्यात्मिक प्रगति कर आनंदप्राप्ति करनी होती है’, यह समाज को बतानेवाली सनातन संस्था आध्यात्मिक संस्थाओं में से एक ‘आदर्श’ संस्था सिद्ध हुई है ।
कतर ने भारत के ८ पूर्व नौसेना अधिकारियों को छोड दिया है । यह भारत सरकार की कूटनीति की विजय है; इसलिए सरकार की अवश्य प्रशंसा करनी ही होगी ।
विदेश में जाकर नस्लवादी (वर्णद्वेषी) आक्रमण सहने की अपेक्षा भारत में रहकर अपनी श्रेष्ठता सिद्ध करने में ही भारतीयों का भला है !
पुलिस जनता को अपेक्षित उपलब्धि प्राप्त करेगी अथवा बार बार कट्टरपंथियों का ही लक्ष्य (निशान) बनती रहेगी ? पुलिस को इसका उत्तर देना चाहिए !
ब्रिटेन में भारतीय वंश के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की सरकार होते हुए अभी-अभी हिन्दुओं के लिए एक खेदजनक समाचार सामने आया है । वहां भारतीय पुजारियों का वीसा अस्वीकार किया जा रहा है । पुजारियों के अभाव में वहां ५०० में से ५० मंदिर बंद कर दिए गए हैं ।
कांग्रेसी श्रीराम की तो छोडिए; संविधान की भक्ति भी नहीं करते; यह अब हिन्दू जान गए हैं । इसीलिए उन्होंने केंद्र में कांग्रेस को सत्ता से दूर रखा ।
भारतीय शिक्षा प्रणाली को पाश्चात्त्य शिक्षा प्रणाली के बंधन से मुक्त कर पुन: एक बार गुरुकुल शिक्षा प्रणाली की ओर मुडना होगा, जो एक स्थायी समाधान है ।