भरतपुर (राजस्थान) में ५०० हिन्दुओं का होनेवाला धर्मांतरण विहिंप ने विफल किया !
विहिंप के कार्यकर्ताओं और धर्मांतरण के आयोजकों में मारामारी !
विहिंप के कार्यकर्ताओं और धर्मांतरण के आयोजकों में मारामारी !
आशीष गुप्ता ने पहली पत्नी को तलाक दिए बिना रुखसार से विवाह किया था ।
रहीम खान उसपर शारीरिक संबंध बनाने के लिए भी दबाव डाल रहा था, ऐसा पीड़ित महिला ने बताया ।
आज हिन्दू समाज बहुत बडे संकट से गुजर रहा है । इस समय अनेक कालनेमी हमारे आसपास हैं जो घात लगाकर बैठे हुए हैं । इसलिए हमें सतर्क रहने की और उचित कदम उठाने की नितांत आवश्यकता है ।
‘यदि लव जिहाद’ समान गंभीर घटना में ८ वर्षों के पश्चात न्याय प्राप्त हुआ, तो आतंकवादियों पर अंकुश कैसे रहेगा ?’, ऐसा प्रश्न किसी के भी मन में उपस्थित हो सकता है !
पीडित महिला विधवा है तथा दो बच्चों की मां है । विवाह के कुछ दिन उपरांत शाहनवाज ने उसके लडके का खतना करने का प्रयास किया । पति मुसलमान है यह पता चलने पर उसने पुलिस में शिकायत प्रविष्ट की ।
२ बच्चों की मां का कुवेत में ले जाकर किया धर्मांतर
३३ लाख जनसंख्यावाले मणिपुर में ५० प्रतिशत से कुछ अधिक हिन्दू, ४४ प्रतिशत ईसाई एवं अन्य सब मुसलमान तथा बौद्ध हैं । मणिपुर में वर्तमान में नागरिक युद्ध की स्थिति उत्पन्न हो गई है तथा बडी संख्या में लोग भ्रमित अवस्था में हैं ।
लव जिहाद को रोकने के लिए हिन्दू लडकियों को हिन्दुओं का गौरवशाली इतिहास तथा महारानी पद्मावती द्वारा दिए गए बलिदान के विषय में बताना आवश्यक !
राज्य में धर्मांतरण विरोधी कानून होने पर भी इस प्रकार हिन्दुओं का सरेआम हो रहा धर्मांतरण अर्थात ईसाई मिशनरियों को कानून का डर नहीं रहा, यही स्पष्ट करता है । यह स्थिति उत्तरप्रदेश प्रशासन के लिए लज्जास्पद !