गोवा में संपन्न हुई ‘विविधता, समावेशकता व परस्पर आदर’ विषय पर ‘सी-२०’ परिषद !
भारत विश्व की आध्यात्मिक राजधानी है तथा इसीलिए एकसंघता, प्रगति एवं सर्वसमावेशकता साधने के लिए भारत ‘जी-२०’ देशों का मार्गदर्शन कर सकता है ।
भारत विश्व की आध्यात्मिक राजधानी है तथा इसीलिए एकसंघता, प्रगति एवं सर्वसमावेशकता साधने के लिए भारत ‘जी-२०’ देशों का मार्गदर्शन कर सकता है ।
‘‘प्रत्येक व्यक्ति का मन प्रज्वलित करने के लिए अध्यात्म की आवश्यकता है । यह कार्य सामूहिक सहभाग से होने से भारत को विश्वगुरु बनाया जा सकेगा । इस संदेश को धरातल पर प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाया जाना चाहिए ।’’ गोवा के कला एवं संस्कृति मंत्री श्री. गोविंद गावडे ने यह आवाहन किया ।
16 जून से गोवा में ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव!’
सप्तर्षियों की आज्ञा के अनुसार ब्रह्मोत्सव समारोह के उपरांत १४ एवं १५ मई को हिन्दू राष्ट्र-स्थापना की अडचनें दूर हों, इसके लिए चंडी याग किया गया । इस याग में सप्तशती का पाठ करते हुए आहुतियां दी गईं ।
विश्व के अनेक देश भारत से अधिक समृद्ध, धन, आयुध तथा विकास की दृष्टि से बहुत आगे हैं, किंतु अध्यात्म के क्षेत्र में भारत गुरु है। अध्यात्म भारत की महान शक्ति है।
इस प्रकाशन के उपरांत मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने महर्षि अध्यात्म विश्वविद्यालय द्वारा किए जा रहे विभिन्न आध्यात्मिक शोधों और देश-विदेश में किए गए कार्यों की सराहना की।
‘गंधर्व महाविद्यालय’ के निबंधक (रजिस्ट्रार) श्री. विश्वास जाधव तथा तबलावादक पं. अमोद दंडगे ने भी संशोधन केंद्र को भेंट दी
पूर्व केंद्रीय मंत्री तथा बिहार के भाजपा के विधान परिषद के विधायक श्री. संजय पासवान ने रामनाथी, गोवा के सनातन आश्रम का अवलोकन किया । आश्रम का अवलोकन करने के उपरांत अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘इस आश्रम में चल रहा कार्य अद्भुत है ।
व्यवहार से हम हिन्दू नहीं, सेक्युलर एवं आधुनिक हैं, यह दिखाने के लिए घर में बिंदी, चूडी, मंगलसूत्र छोडकर ‘क्रिसमस ट्री’ रखने के ‘फैशन’ में वृद्धि हुई है ।
मंगलवार (८ नवंबर) के दिन भारत सहित संपूर्ण एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका के पूर्वी प्रदेश और संपूर्ण दक्षिण अमेरिका में ग्रहण दिखने वाला है । भारत में कहीं भी ग्रहणस्पर्श नहीं दिखेगा ।