Madras High Court : विवाह के पश्चात पत्नी को इस्लाम स्वीकार करने के लिए बाध्य करना, यह क्रूरता ! – मद्रास उच्च न्यायालय

जिहादी मानसिकता के मुसलमानों को अन्यों का जीवन अथवा व्यक्तिगत स्वतंत्रता का कुछ भी महत्त्व नहीं होता । वह केवल ‘लव जिहाद’ होता है, यदि कोई ऐसा कहे, तो इसमें चूक क्या है ?

Kite Ban In Pakistan : लाहौर (पाकिस्तान) में इस्लाम-विरोधी मानकर पतंगबाजी पर प्रतिबंध

मकर संक्रांति और वसंत ऋतु के दौरान हिंदुओं को पतंग उड़ाने की अनुमति नहीं होगी ! भारत से इस प्रकार की बातों का उत्तर देना अब आवश्यक हो गया है !

संपादकीय : भारत में यदि मुसलमान बहुसंख्यक हुए, तो… !

हिन्दुओ, देवता, देश एवं धर्म की रक्षा के लिए आपके द्वारा चुनी गई सरकार पर संगठित होकर दबाव बनाओ !

Lahore High Court : पाकिस्तान में गैरमुसलमानों को मुसलमानों की संपत्ति में उत्तराधिकारी होने का अधिकार नहीं मिल सकता !

क्या मूलतः पाकिस्तान में गैरमुसलमानों को नागरिक तो माना जाता है ?, यही प्रश्न है । उसके कारण वहां की मुसलमान जनता, सरकार, प्रशासन, पुलिस तथा अब न्यायालय भी गैरमुसलमानविरोधी हैं, यह पुनः स्पष्ट हुआ है !

Hapur Ghar Wapasi : हापूड (उत्तर प्रदेश) में ४५ मुसलमान परिवारों ने सनातन धर्म स्वीकारा !

छत्रपति शिवाजी महाराज ने इस देश में तीन सौ पचास वर्षों पूर्व आरंभ किए हुए शुद्धिकरण के अभियान को अब राजाश्रय मिलना आवश्यक हो गया है !

‘हलाल अर्थव्यवस्था’ और ‘जिहादी आतंकवाद’ का संबंध !

पूरे विश्व में ‘हलाल अर्थव्यवस्था’ संपूर्ण रूप से इस्लामी धार्मिक संस्थाओं द्वारा संचालित की जा रही है । इस व्यवस्था पर किसी भी देश की सरकार का किसी प्रकार का नियंत्रण नहीं है । ‘इस व्यवस्था में प्राप्त धन का उपयोग किसलिए किया जाता है ?’, यह भी संदेह के घेरे में है । हाल ही में वैश्विक स्तर पर ‘हलाल अर्थव्यवस्था’ और ‘जिहादी आतंकवाद’ का भी संबंध जोडा जा रहा है ।

हलाल जिहादमुक्त भारत

भारत सरकार को इसकी गहन जांच करनी चाहिए कि ‘हलाल सर्टिफिकेट’ देनेवाली इस्लामी संस्थाएं ‘सर्टिफिकेट’ देने के माध्यम से प्राप्त धन का उपयोग कैसे करती हैं ?’ ‘सेक्यूलर’ भारत में ‘भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण’ (FSSAI) जैसी सरकारी व्यवस्था होते हुए भी ‘हलाल सर्टिफिकेट’ देनेवाली इस्लामी संस्थाओं की क्या आवश्यकता है ? इस लेखन के माध्यम से इस विषय पर प्रकाश डालने का यह प्रयास !  

बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार इस्लाम विरोधी ! – Maulana Mahmood Asad Madani

हिन्दुओं पर हो रहा अत्याचार इस्लाम विरोधी है और यह विगत अनेक शतकों से अर्थात भारत में इस्लाम के प्रवेशकाल से ही जारी है । इसका अर्थ यह हुआ कि जो लोग इस्लाम के नाम पर हिन्दुओं पर अत्याचार कर रहे है, वे सब इस्लाम विरोधी हैं, यह कहना चाहते हैं क्या ?

बंगाल तथा बांग्लादेश में हिन्दुओं का धर्मांतरण तथा उनके उत्पीडन की गाथा !

बलात् राज्य परिवर्तन के तुरंत उपरांत पूरे देश में अल्पसंख्यकों पर कई आक्रमण हुए । इस अत्याचार और हिंसा को वैश्विक समुदाय के सामने उजागर करना और बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों का समर्थन करना समय की मांग है ।

बांग्लादेश के ‘इस्कॉन’ का केंद्र इस्लामी कट्टरतावादियों ने बंद किया !

बांग्लादेश में ‘इस्कॉन’ पर आ रहा यह संकट अर्थात हिन्दू धर्म पर संकट ही है । इस संदर्भ में अब वैश्विक स्तर पर हिन्दुओं को दबाव समूह का गठन कर भारत सरकार को बांग्लादेश पर दबाव लाने हेतु विवश करना चाहिए ।