Madras High Court : विवाह के पश्चात पत्नी को इस्लाम स्वीकार करने के लिए बाध्य करना, यह क्रूरता ! – मद्रास उच्च न्यायालय
जिहादी मानसिकता के मुसलमानों को अन्यों का जीवन अथवा व्यक्तिगत स्वतंत्रता का कुछ भी महत्त्व नहीं होता । वह केवल ‘लव जिहाद’ होता है, यदि कोई ऐसा कहे, तो इसमें चूक क्या है ?