लव जिहादविरोधी कानून से आप डरते क्यों हैं ? – विरोध करनेवालों से अधिवक्ता इचलकरंजीकर का प्रश्न

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कुछ दिन पूर्व राज्य में ‘लव जिहादविरोधी कानून’ बनाने की घोषणा की है । उसके लिए विशेष समिति का गठन भी किया है । सरकार द्वारा कानून बनाने की बात की जाने से ही आधुनिकतावादी गिरोह सरकार की आलोचना करने में लग गया । इस कानून के विरोध में ‘इसके लिए … Read more

Waqf Board : वक्फ बोर्ड को निरस्त करो जिसने १७ वर्षों से ऑडिट रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की है ! – अधिवक्ता वीरेंद्र इचलकरंजीकर, हिंदू विधीज्ञ परिषद

हिन्दू अधिवक्ता परिषद की राज्य सरकार से शिकायत !

Aurangzeb Tomb : औरंगजेब जैसे क्रूरकर्मा की मजार का संरक्षण सरकार क्यों करे ? – अधिवक्ता वीरेंद्र इचलकरंजीकर, राष्ट्रीय अध्यक्ष, हिन्दू विधिज्ञ परिषद

छत्रपति संभाजीनगर के खुलताबाद में उसकी मजार है । विश्व में कहीं भी क्रूरकर्मियों की मजारों का संरक्षण करने का चलन नहीं है । विशालगढ पर स्थित वीर बाजीप्रभु की समाधि तक पहुंचने के लिए ठीक से सडक भी नहीं है ।

Dabholkar Murder Case Verdict : ३ व्यक्तियों का निर्दोष मुक्त होना, यह विजय ही है ! – अधिवक्ता वीरेंद्र इचलकरंजीकर, अध्यक्ष, हिन्दू विधिज्ञ परिषद

डॉ. वीरेंद्रसिंह तावडे निर्दोष मुक्त हुए हैं । उन पर सूत्रधार होने का आरोप था, वह न्यायालय ने अस्वीकार कर दिया है । सीबीआई ने उन पर आतंकवादी कार्यवाहियां करने का आरोप लगाकर उन्हें दोषी सिद्ध करने का प्रयास किया था ।

मोहनदास गांधी की हत्या के पीछे कौन है ? – रणजीत सावरकर, कार्याध्यक्ष, वीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक

श्री. रणजीत सावरकर द्वारा लिखित ‘मेक शुअर गांधी इज डेड’ पुस्तक का लोकार्पण
इस विषय में केंद्र सरकार आयोग गठन कर दबे हुए प्रमाणों को बाहर निकाले !

नक्सली ही वामपंथी तथा वामपंथी ही नक्सली हैं, यह न बताना ही वैचारिक आतंकवाद ! – अधिवक्ता वीरेंद्र इचलकरंजीकर, राष्ट्रीय अध्यक्ष, हिन्दू विधिज्ञ परिषद

वामपंथियों ने संपूर्ण विश्व में जो हत्याएं कीं, उनका आंकडा १० करोड से भी अधिक है । नक्सलियों ने ही भारत में १४ सहस्र से अधिक लोगों की हत्याएं की हैं । नक्सलियों ने जिनकी हत्याएं की हैं, उनमें आदिवासी, विधायक एवं मंत्री अंतर्भूत हैं; परंतु यह हमें दिखाया नहीं जाता ।

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव में ‘हलाल सर्टिफिकेशन : वैश्विक अर्थव्यवस्थापर आक्रमण’ एवं ‘हिन्दू राष्ट्र : आक्षेप एवं खण्डन’ इन ‘ई बुक’ का लोकार्पण तथा डॉ. अमित थडानी द्वारा ‘द रेशनलिस्ट मर्डर्स’ पुस्तक का लोकार्पण !

हिन्दू विधिज्ञ परिषद के संस्थापक सदस्य पू. (अधिवक्ता) सुरेश कुलकर्णीजी के करकमलों से इस पुस्तक का लोकार्पण हुआ । इस अवसर पर व्यासपीठ पर इस पुस्तक के लेखक डॉ. अमित थडानी, हिन्दू विधिज्ञ परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिवक्ता वीरेंद्र इचलकरंजीकर एवं अधिवक्ता पी. कृष्णमूर्ती उपस्थित थे ।

न्यायव्यवस्था में कर्मफलन्याय सिद्धांत का समावेश अत्यावश्यक ! – अधिवक्ता वीरेंद्र इचलकरंजीकर, राष्ट्रीय अध्यक्ष, हिन्दू विधिज्ञ परिषद

एक ही प्रकार का अपराध होते हुए भी अपराधियों को भिन्न दंड क्यों दिया जाता है ? उसके पीछे क्या कर्मफलसिद्धांत है ? जब एकाध द्वारा बलात्कार के समान अपराध होता है, तब उसके पीछे ‘काम’ एवं ‘क्रोध’ ये षड्रिपुओं के दोष समाहित होते हैं । क्या उसका अध्ययन नहीं होना चाहिए ?

संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रकाशित छायाचित्र में हिन्दू महिलाओं के साथ हो रहा है (तथाकथित) भेदभाव !

हिन्दू विधिज्ञ परिषद के अधिवक्ता वीरेंद्र इचलकरंजीकर ने ट्वीट द्वारा विषय किया स्पष्ट !

११ वर्षों के उपरांत भी दंगों के हानि की भरपाई नहीं की गई  !

जिस सरकार के शासनकाल में यह दंगा हुआ, उस सरकार के समय कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पक्षों के साथ संबंध रखने वालों पर तत्काल कार्रवाई न करने वालों को आजीवन कारावास का दंड  दिया जाना चाहिए !