भक्तों को उन्ही दुकानों में जाना चाहिए जहां भगवा ध्वज लगा हो ! – विश्व हिन्दू परिषद

मंगलुरु (कर्नाटक) में श्री मंगला देवी मंदिर क्षेत्र में केवल हिन्दू व्यापारियों को दुकानें लगाने की अनुमति देने का प्रकरण 

हरियाणा के १४ गांवों में मुसलमानों का बहिष्कार !

नूंह में हिंसा का प्रकरण ! 
मुसलमानों को घर भाडे पर न देने तथा उन्हें नौकरी पर न रखने का आह्वान !

नक्सली ही वामपंथी तथा वामपंथी ही नक्सली हैं, यह न बताना ही वैचारिक आतंकवाद ! – अधिवक्ता वीरेंद्र इचलकरंजीकर, राष्ट्रीय अध्यक्ष, हिन्दू विधिज्ञ परिषद

वामपंथियों ने संपूर्ण विश्व में जो हत्याएं कीं, उनका आंकडा १० करोड से भी अधिक है । नक्सलियों ने ही भारत में १४ सहस्र से अधिक लोगों की हत्याएं की हैं । नक्सलियों ने जिनकी हत्याएं की हैं, उनमें आदिवासी, विधायक एवं मंत्री अंतर्भूत हैं; परंतु यह हमें दिखाया नहीं जाता ।

हिन्दुत्वनिष्ठ अधिवक्ताओं को हिन्दूविरोधी ‘नैरेटिव’ के (कथानक के) विरुद्ध एकत्रित लडना आवश्यक ! -अधिवक्ता संजीव पुनाळेकर, सचिव, हिन्दू विधिज्ञ परिषद

वर्ष २००८ के मालेगांव बमविस्फोट प्रकरण की कथित आरोपी साध्वी प्रज्ञासिंह जब कारागार में थी, उस समय एक मुसलमान महिला ने उन पर कारागार में आक्रमण किया ।

अधिवक्ता के रूप में धर्मकार्य करते समय ईश्वर ही कार्य करवा रहे हैं ! – अधिवक्ता अमिता सचदेवा, हिन्दू विधिज्ञ परिषद, देहली

देहली में हिन्दुत्व के लिए कार्य करने हेतु अधिवक्ता आगे आ रहे हैं, यह ईश्वर की ही लीला है । ईश्वर ही सर्व करते हैं और हमें आनंद देते हैं

धर्मांतरितों का शुद्धिकरण करने के उपरांत उसे कानूनी वैधता प्राप्त होने के लिए आवश्यक कागदपत्रों की पूर्तता करें ! – अधिवक्ता नागेश जोशी, सचिव, हिन्दू विधिज्ञ परिषद, गोवा

हिन्दुओं के अन्य पंथ में धर्मांतरण होने के कागदपत्र मिलते हैं; परंतु हिन्दू धर्म में ‘घरवापसी’ करने के कागदपत्र अधिकतर नहीं मिलते; इसलिए कागदपत्रीय जानकारी इकट्ठा करने का महत्त्व होता है ।

न्यायव्यवस्था में कर्मफलन्याय सिद्धांत का समावेश अत्यावश्यक ! – अधिवक्ता वीरेंद्र इचलकरंजीकर, राष्ट्रीय अध्यक्ष, हिन्दू विधिज्ञ परिषद

एक ही प्रकार का अपराध होते हुए भी अपराधियों को भिन्न दंड क्यों दिया जाता है ? उसके पीछे क्या कर्मफलसिद्धांत है ? जब एकाध द्वारा बलात्कार के समान अपराध होता है, तब उसके पीछे ‘काम’ एवं ‘क्रोध’ ये षड्रिपुओं के दोष समाहित होते हैं । क्या उसका अध्ययन नहीं होना चाहिए ?

‘दी कश्मीर फाइल्स’समान ‘गोवा फाइल्स’ संदर्भ में चर्चा होगी ! – श्री. रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति

16 जून से गोवा में ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव!’

संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रकाशित छायाचित्र में हिन्दू महिलाओं के साथ हो रहा है (तथाकथित) भेदभाव !

हिन्दू विधिज्ञ परिषद के अधिवक्ता वीरेंद्र इचलकरंजीकर ने ट्वीट द्वारा विषय किया स्पष्ट !

बांगलादेशी समझकर बेंगलुरु में बंदी बनाए बंगाली हिन्दू दंपती को जमानत

मूलत: बंगाल राज्य के निवासी हिन्दू दंपती श्री. पलाश अधिकारी तथा सौ. शुक्ल अधिकारी अपने १ वर्ष के बालक के साथ काम के निमित्त बेंगलुरु आए थे । उन्हें बेंगलुरु पुलिस ने बांग्लादेशी नागरिक समझकर ९ महीने पहले बंदी बनाया था ।