रोगी के प्राणों क लिए संकटकारी डॉक्टरों की लापरवाही !

रोगी के प्राण बचे अथवा चले गए, तब भी रोगी के परिजनों को लाखों रुपए का बिल भरना पडता है। अनेक कष्ट सहन कर बहुत अल्प रोगी ग्राहक मंच, न्यायालय अथवा पुलिस थाने जाते हैं; परंतु वहां का उनका अनुभव भी पहले अनुभव से अलग नहीं होता।

भारत के परमाणु ऊर्जा क्षेत्र के महान सेनापति डॉ. आर. चिदंबरम् !

कुछ दिन पूर्व डॉ. चिदंबरम् के रूप में भारत को आत्मनिर्भर बनाने की लडाई में योगदान देनेवाला सेनापति हमने खो दिया है । ४ जनवरी २०२५ को ८८ वें वर्ष की आयु में उनका निधन हुआ । उनका देश के लिए योगदान अतुलनीय है । भारत के इस वैज्ञानिक के विषय में अब हम जान लेते हैं ।  

ईसाई धर्मांतरितों के दुराग्रह को भारत के महाधिवक्ता का मुंहतोड उत्तर !

भावनात्मक होकर न्यायदान करने की अपेक्षा न्याय मांगनेवाला क्या विचार तथा बुद्धि लेकर आपके सामने आया है, इसे पहचानना समय की मांग है ।’

Mumbai HC On HJS PIL : मुंबई उच्च न्यायालय ने श्री तुळजाभवानी देवी के खजाने का सोना और चांदी को पिघलाने की धाराशिव जिला कलेक्टर की मांग को रद्द कर दिया !

समिति के प्रयासों के कारण देवस्थानों में चल रही अनियमितताएं तथा भ्रष्टाचार को रोकने में सहायता मिली है । श्री तुळजाभवानीदेवी की संपत्ति की रक्षा तथा भ्रष्टाचार करनेवालों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाए; इसके लिए हम न्यायालयीन लडाई जारी ही रखेंगे ।’ – श्री. सुनील घनवट

मनुष्यजाति के लिए लज्जाप्रद कर्नाटक का ‘सेक्स स्कैंडल’ !

धर्मनिरपेक्ष जनता दल के नेता प्रज्वल रेवण्णा पर सैकडों महिलाओं पर यौन अत्याचार करने के आरोप है । ऐसे कांड पुनः न हों; इसलिए प्रज्वल रेवण्णा को कठोर से कठोर दंड मिले, यह जनभावना है !’

अवयस्क बालक के साथ अश्लील व्यवहार करने के प्रकरण में हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय का निर्णय !

‘एक महिला ने एक अवयस्क बालक को अपने पास रखा तथा उसके साथ बाहर जाकर उसके साथ अश्लील आचरण किया, साथ ही उसे ‘इस विषय में किसी को कुछ न बताने की धमकी दी, ऐसा आरोप अवयस्क बालक की दादी ने बद्दी पुलिस थाने में दी गई शिकायत में लगाया ।

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव में ‘हलाल सर्टिफिकेशन : वैश्विक अर्थव्यवस्थापर आक्रमण’ एवं ‘हिन्दू राष्ट्र : आक्षेप एवं खण्डन’ इन ‘ई बुक’ का लोकार्पण तथा डॉ. अमित थडानी द्वारा ‘द रेशनलिस्ट मर्डर्स’ पुस्तक का लोकार्पण !

हिन्दू विधिज्ञ परिषद के संस्थापक सदस्य पू. (अधिवक्ता) सुरेश कुलकर्णीजी के करकमलों से इस पुस्तक का लोकार्पण हुआ । इस अवसर पर व्यासपीठ पर इस पुस्तक के लेखक डॉ. अमित थडानी, हिन्दू विधिज्ञ परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अधिवक्ता वीरेंद्र इचलकरंजीकर एवं अधिवक्ता पी. कृष्णमूर्ती उपस्थित थे ।

आपराधिक प्रक्रिया संहिता में अनुल्लेखित स्थानबद्धता (नजरबंद) की संकल्पना !

इस प्रकार भारतमाता के अस्तित्व पर संकट बने धर्मांधों, नक्सलियों एवं देशद्रोहियों का फालतू लाड-प्यार बंद करने के लिए प्रभावी हिन्दू-संगठन खडा कर केंद्र सरकार का साथ देना हमारा धर्मकर्तव्य है ।’

सर्वाेच्च न्यायालय को आधुनिकतावादियों की याचिकाओं का लगता है महत्त्व !

‘तहसीन पूनावाला’ प्रकरण में अपराध पंजीकृत कर इसका अन्वेषण अगले स्तर पर पहुंच गया है, साथ ही आवाज के उदाहरण भी न्याय-चिकित्सकीय प्रयोगशाला को भेजे गए हैं तथा वे शीघ्र ही अन्वेषण विभाग को मिलेंगे ।

‘पद्मविभूषण’, ‘पद्मभूषण’ एवं ‘पद्मश्री’ पुरस्कार तथा उनके वास्तविक अधिकारी !

‘केंद्र सरकार ने वर्ष १९५४ से ‘पद्म’ पुरस्कार प्रदान करना आरंभ किया । २६ जनवरी को राष्ट्रपति के हस्तों ये पुरस्कार दिए जाते हैं । ‘भारतरत्न’ के उपरांत ‘पद्मविभूषण’ पुरस्कार दूसरा प्रतिष्ठित सम्मान है । अभी तक २४२ लोगों को ये पुरस्कार प्रदान किए गए ।