सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. आठवलेजी के ओजस्वी विचार

बुद्धिप्रमाणवादी कहते हैं, ‘सूक्ष्म जगत, भूत आदि कुछ नहीं होता; क्योंकि उनमें सूक्ष्म संबंधी जानने की इच्छा ही नहीं होती तथा उनमें सूक्ष्म जगत अनुभव करने के लिए आवश्यक साधना करने की क्षमता भी नहीं होती !’ – सच्चिदानंद परब्रह्म डॉ. जयंत आठवले 

विद्यालय में बिंदी लगाकर जाने के कारण शिक्षिका द्वारा हुई मारपीट से अपमानित हिन्दू छात्रा ने की आत्महत्या  !

हिन्दू अपने बच्चों को ऐसी मानसिकता रखनेवाले विद्यालयों में भेजकर स्वयं की संस्कृति एवं धर्माचरण से दूर जा रहे हैं । उनकी अधोगति का यह एक मुख्य कारण प्रमाणित हो रहा है । हिन्दुओं के ध्यान में यह सूत्र आने की संभावना न होने से इस स्थिति में परिवर्तन लाने के लिए हिन्दू राष्ट्र ही चाहिए !

(और इनकी सुनिए…) ‘माता सीता इतनी सुंदर थीं कि राम एवं रावण दोनों उनके पीछे पागल थे !’ – कांग्रेस के नेता राजेंद्र सिंह गुढा

क्या राजेंद्र सिंह गुढा कभी मुहम्मद पैगंबर अथवा ईसा मसीह के विरुद्ध ऐसा वक्तव्य देने का साहस कर सकते हैं ?

लैंड जिहाद को प्रोत्साहन देनेवाला, असीमित अधिकार प्राप्त, अन्यायकारी ‘वक्फ बोर्ड कानून’ निरस्त करने की हिन्दुत्वनिष्ठों की मांग !

झारखंड में हिन्दू राष्ट्र जागृति आंदोलन तथा झारखंड एवं उत्तर प्रदेश में निवेदन सौंपा गया ! धनबाद एवं बोकारो में भी हुआ आंदोलन

ऑनलाइन खेलों के कारण एक लडके ने खोया अपना मानसिक संतुलन !

विज्ञान ने की प्रगति का लाभ लेते हुए उसकी अति करने का क्या परिणाम होता है, यह भी इस घटना से ध्यान में आता है ! इसलिए इस प्रकार की बातों का उपयोग कौन करे कौन नहीं, ऐसा नियम होना भी आवश्यक है !

वैज्ञानिकता के कारण विश्व का आकर्षण बन रही है भारतीय संस्कृति ! – आनंद जाखोटिया, हिन्दू जनजागृति समिति के मध्य प्रदेश एवं राजस्थान समन्वयक

विदेशी संस्कृति आधुनिक है और हमारी संस्कृति पिछडी है, यह न्यूनता का भाव अब छोड दे; क्योंकि आज पश्चिमी देश हमारे संस्कृति की वैज्ञानिकता के कारण हमारी और आकर्षित हो रहे हैं’’, ऐसा प्रतिपादन हिन्दू जनजागृति समिति के मध्य प्रदेश एवं राजस्थान समन्वयक श्री. आनंद जाखोटिया ने किया ।

‘वन्दे मातरम्’ की महिमा !

राष्ट्रद्रोहियों की देशविरोधी गतिविधियों को तोडकर हिन्दू राष्ट्र की स्थापना तथा भारतीयों में देशाभिमान जागृत होने के लिए सर्वत्र राष्ट्रीय गीत ‘वन्दे मातरम्’ का गायन होना ही चाहिए !

धर्माचरण एवं धर्मरक्षा द्वारा हिन्दू राष्ट्र की ओर अग्रसर !

गोमंतक की पावन भूमि पर १६ से २२ जून २०२३ की अवधि में अत्यंत उत्साह में एकादश ‘अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’, अर्थात ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ संपन्न हुआ । इस महोत्सव में देश-विदेश के मान्यवरों ने विविध विषयों पर विचार-मंथन किए ।

मणिपुर की हिंसा का मूल कारण है हिन्दुओं के साथ भेदभाव !

भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में अशांति और जातीय संघर्ष एक निरंतर घटनेवाली घटना हो गई है । मणिपुर में एक बार फिर जातीय संघर्ष की काली छाया लौट आई है । कुछ कारणों से इस वर्ष के प्रारंभ से ही राज्य में अशांति फैल रही है।

भारत सरकार ने घुसपैठियों के संदर्भ में कठोर कार्यवाही नहीं की, तो भारत की स्थिति फ्रांस जैसी होगी – अनिल धीर, संयोजक, इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज

हिन्दू जनजागृति समिति आयोजित ‘क्या फ्रांस की आग भारत तक आएगी ?’ विषय पर ‘ऑनलाइन’ विशेष संवाद में वे ऐसा बोल रहे थे ।